- अन्य आरोपियों की तलाश में भदोही सोरांव समेत कई स्थानों पर एसटीएफ का छापा- शिक्षक 5ार्ती फर्जीवाड़ा में तीन आरोपियों की तलाश द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठरुष्टयहृह्रङ्ख : प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक 5ार्ती फर्जीवाड़े में स्पेशल टॉस्क फोर्स एसटीएफ ने परीक्षा के वक्त राजधानी में दबोचे गए ब2रास्त कॉ

- अन्य आरोपियों की तलाश में भदोही, सोरांव समेत कई स्थानों पर एसटीएफ का छापा

- शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा में तीन आरोपियों की तलाश

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रुष्टयहृह्रङ्ख : प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने परीक्षा के वक्त राजधानी में दबोचे गए बर्खास्त कॉन्सटेबल अरुण कुमार सिंह के भाई को राडार पर लिया है। एसटीएफ को अपने सोर्सेज से जानकारी मिली है कि वह भी इस फर्जीवाड़े में शामिल हो सकता है। यही वजह है कि टीमें उसकी तलाश में जुट गई हैं। वहीं, एसटीएफ टीमों ने शनिवार को भदोही, सोरांव, धूमनगंज समेत कई स्थानों पर छापेमारी की। पांच संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। पकड़े गए युवक वांछित अभियुक्त के करीबी हैं।

फर्जीवाड़े में शामिल होने का शक

शिक्षक भर्ती परीक्षा वाले दिन एसटीएफ ने राजधानी में बड़े सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश करते हुए नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल उमाशंकर सिंह, गैंग के सरगना कॉन्सटेबल अरुण कुमार सिंह समेत कई को दबोचा था। पड़ताल में पता चला था कि कॉन्सटेबल अरुण ही क्लाइंट ढूंढकर सौदा करता था और उमाशंकर सिंह के जरिए उस अभ्यर्थी को सॉल्व पेपर देने की योजना था। हालांकि, एसटीएफ ने उसी वक्त समय पर उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया था। हाल ही में एक बार फिर शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली की खबर सामने आने के बाद एसटीएफ कॉन्सटेबल अरुण के भाई की तलाश में जुट गई है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ को जानकारी मिली है कि अरुण का भाई भी पेपर सॉल्व गैंग से जुड़ा हो सकता है। यही वजह है कि अब आगे की पड़ताल के लिये उसकी तलाश की जा रही है।

फरार आरोपियों के लिये छापेमारी

प्रयागराज के सोरांव थाने में दर्ज फर्जीवाड़ा मामले में भदोही के कोईरौना क्षेत्र के बारीपुर का निवासी मायापति दुबे नामजद आरोपी है, जबकि प्रतापगढ़ के दुर्गेश व संदीप पटेल को वांछित किया गया है। मायापति का भाई ग्राम प्रधान रुद्रपति अरेस्ट कर जेल भेजा जा चुका है, लेकिन मायापति अब तक फरार है। दूसरे अभियुक्त भी घर से भागे हुए हैं। कहा जा रहा है कि शुक्रवार रात एसटीएफ को मायापति की लोकेशन भदोही में मिली। इस पर एक टीम वहां भेजी गई। उसे पकड़ने के लिए बारीपुर गांव और दूसरे संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन वह गिरफ्त में नहीं आया। यह भी पता चला कि मायापति धूमनगंज में रहने वाले एक शख्स से बातचीत करता था। इस पर एसटीएफ वहां पहुंची और दबिश देकर उसे पकड़ लिया। इसके बाद सोरांव और दूसरे कई स्थानों पर भी छापेमारी कर पांच युवकों को पकड़ लिया गया।

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सरगना के करीबियों की खंगाली जा रही कुंडली

फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना डॉ। केएल पटेल के कई करीबी भी एसटीएफ के राडार पर आ गए हैं। उससे जुड़े कई लोगों की कुंडली खंगाली जा रही है। इसमें सरगना की मदद करने, संरक्षण देने और कारस्तानी में साथ देने वालों का नाम सामने आ रहा है।

Posted By: Inextlive