RANCHI: कांस्टेबल भर्ती रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार धुर्वा स्थित सीआरपीएफ की क्फ्फ्वीं बटालियन की डिप्टी कमांडेंट विनिता कुमारी के घर से लेकर मोबाइल तक को सीबीआई खंगालेगी। पता चला है कि विनिता कई सिम यूज करती थी, उनकी जांच की जाएगी। शुक्रवार को विनिता को सीबीआई के बालकृष्ण तिवारी की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया गया, जहां से अदालत ने उन्हें क्ब् दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। वहीं, सीबीआई की टीम विनिता कुमारी के पति अरविंद सिंह से भी पूछताछ कर रही है। हालांकि, उसके खिलाफ कोई सबूत या साक्ष्य नहीं मिले हैं। सीबीआई एसपी एसके खरे ने बताया कि महिला अधिकारी कांस्टेबल के अनफिट कैंडिडेट को फिट का सर्टिफिकेट देकर राशि वसूलती थी। इसकी शिकायत एक कैंडिडेट ने ही सीबीआई से की थी, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।

चल-अचल संपत्ति की जांच

गौरतलब हो कि विनिता मूल रूप से बिहार के नवादा जिला स्थित हिसुआ गांव की रहने वाली हैं। सीबीआई की एक टीम उसके नवादा स्थित हिसुआ भी जाएगी और रांची समेत उसकी संपत्ति कहां-कहां हैं, इसके बारे में भी छानबीन करेगी। गौरतलब है कि डिबडीह के पास न्यू अलकापुरी कॉलोनी में अमृतलोक अपार्टमेंट के सी ब्लॉक स्थित फ्लैट नंबर क्0क् में बेटा-बेटी के साथ रह रही विनिता कुमारी को सीबीआई की टीम डीएसपी सतीश चंद्र झा के नेतृत्व में छापेमारी कर गुरुवार को गिरफ्तार की थी। उसके पति के कोलकाता स्थित आवास पर भी छापेमारी की गई थी।

क्या बताया विनिता ने

सीआरपीएफ में क्0 मई से कांस्टेबल की भर्ती परीक्षा चल रही है। फिजिकल एग्जाम में पास करने वाले कैंडिडेट्स की मेडिकल जांच हो रही है। इसमें सफल उम्मीदवारों की लिखित परीक्षा होगी, उसमें पास करने वाले ही बहाल किए जाएंगे। उसने बताया कि मेडिकल जांच के लिए सीआरपीएफ द्वारा कई मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।

---जांच के ये हैं बिंदु

-रैकेट में डिप्टी कमांडेंट विनिता व उसके पति के अलावा और कौन-कौन लोग शामिल हैं।

- यह रैकेट कब से चल रहा है, अब तक कितने लोगों से पैसे की वसूली की गई।

- मेडिकल बोर्ड के किन-किन डॉक्टरों ने पैसे लेकर कैंडिडेट्स को मदद पहुंचाई।

- छापेमारी में जब्त सिम की हो रही है जांच

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Posted By: Inextlive