इजरायल के राष्‍ट्रपति व प्रधानमंत्री ने भारत को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। इसके लिए दोनों नेताओं ने ट्वीट किया है...


यरूशलम (पीटीआई)। इजरायल के राष्ट्रपति रियूवेन रिवलिन और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को भारत को संविधान को अपनाने की 70 वीं वर्षगांठ पर बधाई देते हुए इसे एक 'ऐतिहासिक' दस्तावेज कहा जो देश की अनूठी संस्कृति और इतिहास को दर्शाता है। दोनों शीर्ष नेताओं ने कहा कि वे भारत के विकास और अर्थव्यवस्था से प्रभावित हैं।इजरायली पीएम ने ट्वीट किया शुभकामना संदेश  नेतन्याहू ने आज सुबह अपने एक ट्वीट में कहा, 'मेरे प्रिय मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों को भारत के संविधान दिवस की 70 वीं वर्षगांठ की बधाई।' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। आपका ऐतिहासिक संविधान पूर्व और पश्चिम को जोड़ता है, जो भारत के अद्वितीय इतिहास और संस्कृति को दर्शाता है।' भारत के संविधान को संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को अपनाया और 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ।


राष्ट्रपति समेत अन्य इजरायली नेताओं ने भी दी बधाई

राष्ट्रपति रिवलिन सहित कई अन्य इजरायली नेताओं ने भी संविधान दिवस पर भारत को बधाई देते हुए वीडियो संदेश जारी किए। 'भारत भर के प्यारे दोस्तों, बधाई! आपके संविधान दिवस पर बधाई दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में, एक मजबूत लोकतंत्र के 70 साल पूरे होने पर।' 'मैं तीन साल पहले भारत की अपनी विशेष यात्रा को याद करता हूं। मैं आपके महान राष्ट्र की शक्ति और ऊर्जा से चकित और प्रेरित था। मैं आपके महान विकास, और आपकी अर्थव्यवस्था से बहुत प्रभावित था,' इजरायल के राष्ट्रपति ने जोर दिया। इज़राइल के साथ मजबूत "दोस्ती और साझेदारी" के लिए भारत को धन्यवाद देते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि यह लोकतंत्र जीवंत बना रहे। 'भारतीय गणराज्य और इज़राइल साझा मूल्यों वाले प्राचीन लोगों और युवाओं का घर हैं। हम समान चुनौतियों का सामना करते हैं और हम एक-दूसरे को समृद्ध करने और एक-दूसरे की सहायता करने के लिए एक साथ काम करते हैं, बढ़ते और फलते-फूलते रहते हैं,' उन्होंने कहा।इजरायली संसद के अध्यक्ष ने भी दिया वीडियो संदेश

इजरायली केसेट्स (संसद) के अध्यक्ष, यूली एडेलस्टीन ने भी संविधान दिवस पर भारत को बधाई देते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें संसदीय आदान-प्रदान के लिए इसे किसी भी लोकतंत्र का 'धड़कता हुआ दिल' कहा गया। 'यह कोई रहस्य नहीं है कि हमारे देशों के बीच संबंध बहुत मजबूत हैं। हम अपने नेताओं की यात्राओं का आनंद लेते हैं, हम मजबूत द्विपक्षीय सहयोग का आनंद लेते हैं और आशा करते हैं कि हम इस रास्ते पर बढ़ते रहेंगे। एक संसद किसी भी लोकतंत्र का धड़कता दिल है।'Constitution Day 2019: हम भारतीय इसलिए मनाते हैं संविधान दिवस, ऐसे हुई शुरुआत

Posted By: Vandana Sharma