राज्य सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक ने कुंभ मेलाधिकारी को लिखा लेटर

तीन महीने के लिए जीटी रोड का ट्रैफिक पूरी तरह से डायवर्ट करने की मांग की

ALLAHABAD: बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में पिछले दिनों फ्लाईओवर का बीम गिरने से 18 लोगों की मौत के बाद संगम नगरी इलाहाबाद में अधिकारी व ठेकेदार डरे हुए हैं। इसे लेकर राज्य सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक सतीश कुमार ने कमिश्नर, डीएम के साथ ही अन्य अधिकारियों को लेटर लिख कर ट्रैफिक डायवर्जन की मांग की हैं। हालांकि अभी इस पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

आवागमन किया जाए ब्लॉक

हाईकोर्ट फ्लाईओवर का निर्माण करा रहे उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक सतीश कुमार ने 21 मई को मेलाधिकारी कुंभ को पत्र लिखा। उन्होंने निर्माणाधीन हाईकोर्ट फ्लाईओवर के नीचे जीटी रोड पर ट्रैफिक डायवर्जन के साथ ही वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ब्लॉक करने की मांग की। इसकी प्रतिलिपी उन्होंने कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल, डीएम सुहास एलवाई, एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह के साथ ही परियोजना प्रबंधक राज्य सेतु निगम को भेजी।

काम कराने में आ रही है बाधा

अधिकारियों को भेजे पत्र में राज्य सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक ने कहा है कि हाईकोर्ट के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर वर्तमान में चल रहे सुपर स्ट्रक्चर के कार्य में ट्रैफिक डायवर्जन न होने के कारण बाधा उत्पन्न हो रही है। इसके कारण अप्रिय स्थिति की संभावना बनी रहती है। ऐसे में कार्य समय से पूर्ण कर पाना संभव नहीं लग रहा है।

बैरिकेडिंग से टकरा सकते हैं ट्रक

उन्होंने जीटी रोड कानपुर की तरफ से आने वाले भारी वाहनों को कौशांबी बाईपास होते हुए वाराणसी साइड में जून से अगस्त तक सीधे निकालने की अपील की है। क्योंकि निर्माणाधीन फ्लाईओवर के एक्टमेंट ए-1 में पानी की टंकी चौराहे पर पी-12 तक सेतु के दोनों तरफ केवल चार-चार मीटर ही सर्विस रोड की जगह मिल रही है। ऐसी स्थिति में भारी वाहन, ट्रक, ट्रेलर, बस आदि की बैरिकेटिंग से टकराने की संभावना है। जिसकी वजह से दुर्घटना घट सकती है।

छावनी क्षेत्र से गुजारी जाएं गाडि़यां

जीटी रोड से आने-जाने वाले हल्के वाहन करियप्पा गेट के सामने पियर पी-5 से पी-12 पानी की टंकी चौराहे तक निर्माण कार्य करने के लिए सप्लाई डिपो व करियप्पा गेट से होते हुए शहर आने-जाने के लिए यातायात जून से अगस्त तक के लिए डायवर्ट किया जाए।

परिस्थितियां हैं एक जैसी

मुख्य परियोजना प्रबंधक ने पत्र में कहा है कि वाराणसी की दुर्घटना के बाद निर्माणाधीन सेतु के काम में लगे सभी स्टॉफ और ठेकेदार डरे हुए हैं। क्योंकि, परिस्थितियां एक जैसी ही हैं। यही नहीं रक्षा मंत्री द्वारा भी वाराणसी की दुर्घटना के बाद छावनी क्षेत्र की सड़कों को जनहित में यातायात के लिए खोलने का निर्देश दिया गया है।

चलते हुए ट्रैफिक के बीच काम कराना खतरे से खाली नहीं है। टै्रफिक को डायवर्ट कर काम करने का मौका दिया जाए तो युद्ध स्तर पर तीन शिफ्ट में दिन-रात काम कराते हुए तीन महीने के अंदर काम को पूरा करा लिया जाएगा।

सतीश कुमार

मुख्य परियोजना प्रबंधक, राज्य सेतु निगम

Posted By: Inextlive