नंबर गेम

9 लाख उपभोक्ता शहर में

2 लाख 64 हजार स्मार्ट मीटर लगे

50 से 60 लोड वृद्धि एप्लीकेशन आतीं हर माह

- स्मार्ट मीटर पकड़ रहा लोड में खेल करने वाले उपभोक्ताओं को

- लोड की हकीकत सामने लाने के साथ ही जुर्माना भी लगा दे रहा मीटर

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOWअगर आपके घर में स्मार्ट मीटर लगा है और आप लोड छिपाने की कोशिश करते हैं या कर रहे हैं तो आप पर भारी जुर्माना लगना तय है। वजह यह है कि स्मार्ट मीटर ऐसे उपभोक्ताओं को खुद सामने ला रहा है, जो लोड छिपाने का खेल कर रहे हैं। इतना ही नहीं, स्मार्ट मीटर लोड की हकीकत सामने लाने के साथ ही जुर्माने की राशि भी खुद बिल में जोड़ दे रहा है। जिससे खेल करने वाले उपभोक्ताओं को करंट लग रहा है।

मीटर रीडर का रोल खत्म

सामान्य बिजली मीटर में भी कनेक्शन की वास्तविक डिमांड डिस्प्ले होती थी। मीटर रीडर की ओर से वास्तविक डिमांड को दर्ज किया जाता था। हालांकि कई बार मीटर रीडर इस काम में लापरवाही भी करती थे, जिससे स्वीकृत लोड पर ही बिजली बिल बनता था।

इस तरह खेल पकड़ रहा मीटर

अगर किसी उपभोक्ता के यहां स्मार्ट मीटर लगा है और उस कनेक्शन का स्वीकृत लोड तीन किलोवॉट है लेकिन खपत अधिक है तो स्मार्ट मीटर की ओर से एक्सेस लोड का फिक्स चार्ज जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद स्वीकृत लोड से ज्यादा लोड होने से पूरे लोड पर फिर से जुर्माना लगाया जाएगा, जो फिक्स चार्ज का दो से तीन गुना हो सकता है।

इस तरह जेब पर पड़ेगा भार

उदाहरण के लिए, अगर निर्धारित लोड 5 किलोवॉट है तो फिक्स चार्ज करीब 550 रुपए होता है। अगर दो किलोवॉट का लोड है और खपत पांच किलोवॉट है तो 210 रुपये तो फिक्स चार्ज हो गया। अब बचे 340 रुपए, अब इस राशि का दोगुना अर्थात 680 रुपए पेनाल्टी हुई। उपभोक्ता को फिक्स चार्ज और पेनाल्टी मिलाकर कुल 890 रुपए जमा करने होंगे। वहीं अगर उपभोक्ता निर्धारित लोड पांच किलोवॉट लेता तो उसे 550 रुपए ही जमा करने होते। मतलब उपभोक्ता पर भार पड़ा कुल 340 रुपए का।

ट्रांसफॉर्मर रहेंगे सेफ

बिजली विभाग के अधिकारियों की माने तो अगर उपभोक्ता लोड न छिपाएं तो इसका फायदा उनके साथ महकमे को भी मिलेगा। जुर्माने से उपभोक्ताओं की जेब ढीली नहीं होगी वहीं सही लोड का आंकलन होने से ट्रांसफॉर्मर भी नहीं फुकेंगे।

बाक्स

ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

अगर कोई उपभोक्ता अपना मीटर लोड बढ़वाना चाहता है तो वह यह घर बैठे ही कर सकता है। उपभोक्ता यूपीपीसीएल (वेबसाइट) में जाकर खुद को रजिस्टर करें फिर उसमें लोड वृद्धि का आप्शन आएगा। इस आप्शन में आवेदन करने के बाद उपभोक्ता चाहे तो संबंधित एक्सईएन से बात कर सकता है। अगर कोई समस्या आती है तो उपभोक्ता 1912 पर कॉल कर सकता है।

वर्जन

लोड छिपाने से बेहतर है कि उपभोक्ता खुद अपना लोड बढ़वा लें। इससे उस पर जुर्माने का भार नहीं आएगा। लोड बढ़वाने के लिए उपभोक्ता को कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। वह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से अपना लोड बढ़वा सकता है।

सूर्यपाल गंगवार, एमडी, मध्यांचल डिस्कॉम

वर्जन

स्मार्ट मीटर से कई ऐसे उपभोक्ता सामने आए हैं, जिनके यहां लोड कम था। अब उपभोक्ताओं की ओर से लोड बढ़वाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

प्रदीप कक्कड़, चीफ इंजीनियर, ट्रांसगोमती

Posted By: Inextlive