-पीएफ घोटाले का विरोध में बिजली कर्मचारियों ने किया 48 घंटे का कार्य बहिष्कार

-बिजली बिल जमा करने वाले काउंटर भी करा दिए बंद, भटकते रहे कंज्यूमर

15-सब स्टेशन हैं शहर

177- है बिजली अधिकारी

600-लोग करते हैं डयूटी

5.50-लाख है कंज्यूमर्स

बरेली:

भविष्य निधि घोटाले के विरोध में बिजली कर्मचारी मंडे से 48 घंटे के लिए कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए। कर्मचारी पूरे दिन चीफ इंजीनियर ऑफिस के बाहर नारेबाजी करते रहे। इसके चलते पूरे दिन बिजली ऑफिस आने वाले कंज्यूमर्स को इधर-उधर भटकना पड़ा। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कंज्यूमर्स की समस्या को लेकर शहर के चार सब स्टेशन का रियलिटी चेक किया। जिसमें सबसे अधिक कंज्यूमर्स तो बिजली बिल जमा करने वाले और एकमुश्त समाधान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले ही पहुंचे। लेकिन सभी कंज्यूमर्स आफिस तक आने के बाद भटक कर वापस लौट गए।

काटजू मार्ग हेड आफिस

शहर के सभी बिजली कर्मियों ने बिजली चीफ ऑफिस के बाहर ही टेंट लगाकर कार्यबहिष्कार कर स्ट्राइक शुरू की। जिस कारण बिजली कनेक्शन, बिजली बिल जमा और बिल सुधार कराने के लिए आने वाले कस्टमर्स परेशान हुए।

मॉडल टाउन

मॉडल में सुबह दस बजे से बिजली बिल काउंटर पर कंज्यूमर्स की लाइन लगी हुई थी। कर्मचारी पहुंचा और बिल जमा करना शुरू कर दिया। इसी बीच यूनियन के नेताओं के फोन आने शुरू हो गए। इसके बाद बिलिंग काउंटर को बंद कर दिया गया।

शाहदाना सब स्टेशन

शहादाना सब स्टेशन पर सुबह से बिजली बिल ठीक कराने और जमा करने के लिए कंज्यूमर्स पहुंचे तो काउंटर तो खुला था, लेकिन सिस्टम में प्रॉब्लम होने की बात कहते हुए बिल जमा करने से इनकार कर दिया। कुछ देर बाद बिलिंग वैन पहुंची तो कंज्यूमर्स ने बिल जमा किया।

सिविल लाइंस

गांधी उद्यान के पास सिविल लाइंस सब स्टेशन का काउंटर सुबह से ही बंद रहा। यहां बिल जमा कराने पहुंचे कंज्यूमर्स काउंटर खुलने का काफी देर इंतजार करते रहे और जब काउंटर नहीं खुला तो परेशान होकर वापस लौट गए।

आज भी होगी प्रॉब्लम

8 नवम्बर रात 12 बजे से 48 घंटे की बिजली कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर स्ट्राइक शुरू की जो ट्यूजडे यानि आज भी रहेगी। इसके लिए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति 48 घंटे का कार्य बहिष्कार का एक दिन पहले ही एलान कर दिया था। चेतावनी से बिजली महकमे ने बिजली फॉल्ट दूर करने के लिए संविदा कर्मियों को अलर्ट कर दिया था, लेकिन पूरे दिन बिजली की कोई शिकायत नहीं आई। जिससे पूरे समय सुचारू बिजली व्यवस्था चलती रही।

यह भी रहे मौजूद

कार्य बहिष्कार में यूपी विद्युत मजदूर संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि यूपी पॉवर कारपोरेशन के पीपीएफ ट्रस्ट में 2268 करोड़ के घोटाले को लेकर सरकार अधिकारियों और कर्मचारियों के भविष्य निधि की गारंटी दिए जाने में आना-कानी कर रही है। इस दौरान इंजीनियर रणजीत चौधरी, ताकिर मतीन, सैयद तारिक जलील, एनके मिश्रा, सुशील गर्ग, उमेश चन्द्र सोनकर, गौरव शुक्ला, गौरव शर्मा, सत्यार्थ गंगवार, राखी सक्सेना, वीके ग्वाल आदि मौजूद रहे।

यह दो थी मांगे

-पीएफ घोटाले की धनराशि की यूपी सरकार गजट नोटिफिकेशन कर गारंटी ले

-पीएफ के घोटाले के दोषी प्रबंधन के लोगों पर कार्रवाई हो

बिजली उपभोक्ताओं को आपूर्ति व विद्युत से जुड़ी कोई समस्या नहीं आई है। इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली गई थी। हेल्पलाइन नम्बर पर कोई भी शिकायत की जा सकती है उसकी समस्या दूर की जाएगी।

-तारिक मतीन, चीफ इंजीनियर, विद्युत वितरण निगम लिमिटेड

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परेशान रहे कंज्यूमर्स

-एक मुश्त समाधान योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आया था। काउंटर पर आकर पता चला कि स्ट्राइक है। अब ऐसे में यहां आकर सिर्फ प्रॉब्लम हुई है।

रामलाल, कंज्यूमर

-होटल का बिल जमा करने के लिए जंक्शन रोड से आया हूं। यहां कोई कर्मचारी तक नहीं है। कार्य बहिष्कार चल रहा है। ऐसे में किसी के बिल की लास्ट डेट होगी तो उसे तो पेनाल्टी भरनी पडे़गी।

ब्रजमोहन शर्मा, कंज्यूमर

-बिल जमा करने के लिए आया था लेकिन ऑफिस में कर्मचारी नहीं मिला। काफी इधर उधर भटकता रहा फिर पता चला कि बिजली कर्मचारियों की स्ट्राइक चल रही है। अब स्ट्राइक खत्म होने के बाद फिर आना पड़ेगा।

सुमित सक्सेना, कंज्यूमर

Posted By: Inextlive