-कैम्पस स्थित निर्माणाधीन ग‌र्ल्स हॉस्टल की छत पर मिला शव

-सिर पर गंभीर चोट के निशान, मौके से खून से सना बेंत हुआ बरामद

-पिता ने काम देने वाले ठेकेदार के खिलाफ दी तहरीर

VARANASI : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ कैम्पस में ग‌र्ल्स हॉस्टल का निर्माण करा रहे ठेकेदार की बेरहमी से हत्या कर दी गयी। खून से लथपथ उसका शव शुक्रवार की रात निर्माणाधीन हॉस्टल की छत पर मिला। हत्यारों ने फरसे के बेंत से पीट-पीटकर उसकी जान ले ली। मौके पर खून से सना बेंत पुलिस को मिला। मृतक के पिता ने साथी ठेकेदार के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

रात में मिला शव

ठेकेदारी करने वाले महेन्द्र सिंह ने शुक्रवार की रात सिगरा पुलिस को सूचना दी कि विद्यापीठ कैम्पस स्थित निर्माणाधीन ग‌र्ल्स हॉस्टल की छत पर किसी की डेड बॉडी पड़ी है। पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे खून से लथपथ एक युवक नजर आया। करीब जाकर जांच किया तो वह मृत मिला। महेन्द्र ने उसकी पहचान ठेकेदारी का काम करने वाले चोलापुर थाना एरिया के बिरजयपुर संथवां निवासी बबलू यादव (फ्0 वर्ष) के रूप में की।

बेंत से पीट-पीटकर की हत्या

हत्यारों ने बबलू को फावड़े के बेंत से पीट-पीटकर दर्दनाक मौत दी थी। उससे सिर पर हमले के कई निशान थे। बदन पर कई जगहों पर जख्म साफ नजर आ रहा था। जिस जगह पर डेड बॉडी थी वहां खून फैला हुआ था। छत पर ही खून से सना बेंत पड़ा हुआ था। मौका ए वारदात को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि हमलावर एक से अधिक रहे होंगे। हर किसी को इस बात पर आश्चर्य हो रहा था कि मारपीट के दौरान किसी ने बबलू की चीख क्यों नहीं सुनी।

साथ काम करने वाले फरार

हॉस्टल निर्माण का काम महेन्द्र ने लिया था। उसे बबलू को सौंप दिया था। इन दिनों बबलू और उसके कुछ साथी काम करा रहे थे। मजदूरों और मिस्त्री से काम कराने के लिए बबलू देर तक निर्माणाधीन बिल्डिंग में ही रहता था। उसके साथ दो-तीन साथी भी रहते थे। महेन्द्र ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले वह रिलेटिव के घर मध्य प्रदेश गया था। शुक्रवार को ही लौटा था। रात में साइट पर काम करने वाले मजदूरों ने छत पर लाश होने की जानकारी दी। महेन्द्र का कहना है कि बबलू शराब पीने का आदी था। नशे की हालत में अक्सर मारपीट करता था।

पिता ने लगाया हत्या का आरोप

बबलू के पिता भग्गू यादव ने महेन्द्र पर बबलू की हत्या करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। उनका कहना है कि बबलू के काफी रुपये महेन्द्र के पास बकाया थे। बार-बार मांगने के बाद भी नहीं दे रहा था। बल्कि जान से मारने की धमकी दे रहा था। पुलिस ने शुक्रवार की रात महेन्द्र को छोड़ दिया था। बबलू के पिता के आरोप के बाद उसे हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस बबलू के साथ काम करने वाले अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है। घटना के बाद से सभी फरार हैं। बबलू की शादी आठ साल पहले तारा यादव से हुई थी। उसके तीन बच्चे हैं।

Posted By: Inextlive