-कांट्रैक्चुअल इम्पलाइज स्ट्राइक पर रहे

-सेवा रेगुलर करने की कर रहे मांग

-पूरे दिन स्वास्थ्य समिति के बाहर खूब हुई नारेबाजी

PATNA : दिन भर बारिश के बावजूद बिहार स्टेट कांट्रैक्चुअल हेल्थ इम्पलाइज फेडरेशन के बैनर तले कांट्रेक्चुअल इम्पलाइज पूरे दिन राज्य स्वास्थ्य समिति के बाहर डटे रहे। नारेबाजी करते रहे। देर शाम क्क् सदस्यीय शिष्टमंडल को प्रिंसिपल हेल्थ सेक्रेटरी ने बातचीत के लिए बुलाया। राज्य फेडरेशन के अध्यक्ष अफरोज अनवर ने कहा कि हमने पहले ही आंदोलन की जानकारी एडमिनिस्ट्रेशन को दे दी थी। लेकिन विभाग की ओर से कुछ नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि पूरे स्टेट में सभी कंट्रेक्चुअल एम्पलाइज ख्00भ् से राज्य स्वास्थ्य समिति सहित विभिन्न इकाइयों में कार्यरत हैं। चार अक्टूबर, ख्0क्फ् को भी इन सभी ने अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के बारे में दस सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था। लेकिन मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की गयी। सूत्रों के अनुसार सूबे के भ्0 परसेंट पीएचसी पर सिर्फ इमरजेंसी सेवा ही चल पाई। फेडरेशन ने कहा कि सरकार ने मांगे नहीं मानी तो पूरे बिहार में स्वास्थ्य सेवा को ठप कर देंगे।

ये कर्मी कर रहे हैं आंदोलन

आंदोलन में एएनएम, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड लेखा प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक समन्वयक, प्रखंड मॉनिटरिंग एंड इवेल्यूशन ऑफिसर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला लेखा प्रबंधक, जिला सामुदायिक समन्वयक, जिला प्लानिंग कॉर्डिनेटर, सदर अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर, अस्पताल के लेखापाल, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, क्षेत्रीय लेखा प्रबंधक, क्षेत्रीय सामुदायिक समन्वयक, बायोमेडिकल इंजीनियर, एचएमआईएस के सुपरवाइजर, क्षेत्रीय मॉनिटरिंग एंड इवेल्यूशन ऑफिसर, टीबी कार्यक्रम के संविदा कर्मचारी एवं आयुष चिकित्सक आदि शामिल हैं।

क्0 सूत्री मांगों की प्रमुख बातें

-राज्य के स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदों पर कार्यरत कांट्रेक्चुअल स्टाफ रेग्यूलराइज किया जाएं।

- जब तक रेग्यूलराइज नहीं किया जाता है तब तक एडमिशन, प्रमोशन, पीनलाइजेशन और टीए रूल्स सहित विभिन्न सब्जेक्ट पर एचआर पॉलिसी बनायी जाए।

-परफारमेंस अपरेजल के लिए मापदंड स्पष्ट किए जाएं।

-वेतन पुनरीक्षण तुरंत हो।

Posted By: Inextlive