भारत और श्रीलंका की टीमें इन दिनों निदाहास ट्रॉफी में टी-20 ट्राई सीरीज खेलने में व्‍यस्‍त हैं। मगर दोनों के बीच ठीक आज से 22 साल पहले एक वनडे मैच खेला गया था। जिसकी वजह से दंगा हो गया था। जानिए क्‍या है उस मैच की कहानी....


13 मार्च का वो बुरा दिन, जब खेला गया सेमीफाइनल मैच
13 मार्च 1996 को खेला गया वर्ल्डकप का सेमीफाइनल कौन भूल सकता है। क्वॉटर फाइनल में चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय टीम का सामना श्रीलंका से था। ऐसे में भारतीय प्रशंसको का उत्साह भी चरम पर था। कोलकाता का ईडन गार्डन पूरा भरा था। हर तरफ इंडिया-इंडिया का शोर था। खैर टॉस हुआ तत्कालीन भारतीय कप्तान मो. अजहरुद्दीन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। श्रीलंका की तरफ से ओपनिंग करने आए सनथ जयसूर्या और कलुविथराना, मगर उस वक्त तेज भारतीय गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने दोनों को सस्ते में चलता किया। इसके बाद गुरुसिन्हा के रूप में तीसरा विकेट भी श्रीनाथ के खाते में गया। श्रीलंका टीम की आधी कमर टूट चुकी थी। सभी को लगा कि अब श्रीलंकन टीम ज्यादा स्कोर नहीं कर पाएगी। मगर बाद में अरविंद डी सिल्वा (66) और महानमा (58) ने बड़ी और उपयोगी साझेदारी कर श्रीलंका का स्कोर 251 तक पहुंचा दिया। अब भारत को जीत के लिए 252 रन चाहिए थे। पत्नी अनुष्का के साथ किराए के फ्लैट में रह रहे विराट कोहली, 15 लाख रुपये प्रति महीना देते है रेंटस्टेडियम में लगा दी गई थी आग


दर्शकों को लगा कि अब भारत का यह मैच जीत पाना मुश्किल है। फैंस ने स्टेडियम में बवाल करना शुरु कर दिया। मैदान में बोतलें फेंकी गईं। हद तो तब हो गई, जब सीटों पर आग लगा दी गई। मैच को तुरंत ही रोक दिया गया और मैच रेफरी ने श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari