RANCHI:कोरोनावायरस को लेकर पूरे भारत में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस लॉकडाउन को सफल बनाने में सबसे बड़ी भूमिका पुलिस निभा रही है। दूसरों को सुरक्षा देने वाली पुलिस आखिर खुद कितनी सुरक्षित है। लॉकडाउन में कोई अपने घरों से बाहर नहीं निकले इसकी जिम्मेवारी कानून के रक्षक ही निभा रहे हैं। इस दौरान दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने रांची में कानून के रक्षक अपने आपको कोरोना जैसे घातक वायरस से किस तरह बचा कर रख रहे हैं, इसकी जानकारी के लिए तीन थानों में रियलिटी चेक किया।

वारदात कम पर थाना में आना-जाना

राजधानी रांची में लॉकडाउन की वजह से अपराध के आंकड़ों में गिरावट हुई है, लेकिन इसके बावजूद घरेलू हिंसा समेत अन्य छोटे-मोटे वारदातों से संबंधित मामले थाने में लगातार आ रहै हैं। चूंकि कोरोनावायरस एक-दूसरे को छूने से फैलने वाली बीमारी है। ऐसे में हाथों को बेहतर ढंग से धोना, मास्क पहनना और सैनिटाइजर का यूज करने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंस को मेंटेन करना ही इस बीमारी का एकमात्र बचाव है। रियलिटी चेक के दौरान तीनो थानों में इसको लेकर अलर्ट दिखाई दिया। थाना प्रभारी खुद एक्टिव रहे और जवानों के साथ साथ लोगों को भी सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान देने की हिदायत देते रहे।

डोरंडा थाना

हमारी सुरक्षा का भार अपने कंधों पर लिए पुलिसकर्मी क्या अपने सुरक्षा के लिए सजग हैं? क्या उन्होंने कोरोनावायरस से बचाव के लिए थाने में कोई इंतजाम किया है? रियलिटी चेक के दौरान हम जब थाना पहुचे तब सबसे पहले यह देखा कि थानेदार शैलेश प्रसाद अपने कक्ष से बाहर थाना परिसर में ही बैठे हुए थे। थानेदार के कुर्सी से करीब 2 मीटर की दूरी पर एक लाल कलर का रिबन लगा हुआ था। रिबन के पास ही एक पुलिस का जवान हाथ में सैनिटाइजर की बोतल लिए हुए खड़ा था। हम जैसे ही लाल रिबन के नजदीक पहुंचे सबसे पहले वहां खड़े पुलिस के जवान जितेंद्र सिंह ने हमारा हाथ सैनिटाइज किया और उसके बाद थानेदार से मिलने जाने दिया।

बरियातू थाना

गेट से इंट्री के साथ सामने मुख्य दरवाजे से ठीक पहले दाहिनी तरफ एक शेड में थानाप्रभारी सपन कुमार महथा बैठे हुए थे। उनकी कुर्सी के सामने एक टेबल रखा था, जिसकी चौड़ाई करीब चार फीट की होगी। जो भी लोग वहां आ रहे थे उन्हें शेड में इंट्री से पहले हाथों को जवान अजीत द्वारा सैनिटाइज करवाया जा रहा था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने भी अपने हाथ सैनिटाइज किये और सामने लगी कुर्सी पर बैठ गए। थानेदार ने बताया कि कुर्सी और टेबल तक को थोड़ी-थोड़ी देर पर लगातार डेटोल से भीगे कपड़े से पोछा जा रहा है। लोगों को हाथ सैनिटाइज करने के बाद अपने पिटीशन को भी हल्के हाथों से पोछकर देने को कहा जा रहा था। साथ ही जो भी पिटीशन ले रहा है वह जवान या मुंशी भी अपने हाथों को लगातार सैनिटाइज कर रहे थे और साबुन से हाथ धो रहे थे।

लालपुर थाना

लालपुर थाना पहुंचने पर पता चला कि थानेदार अरविंद कुमार अहले सुबह से ड्यूटी पर हैं अभी पैट्रोोलिंग के लिए निकले हैं। थाना में एक तरफ लोगों के लिए हर दिन भोजन की व्यवस्था की जा रही थी। उधर जाकर देखा तो सामने हाथों में ग्लव्स और मुंह पर मास्क लगाकर करीब चार लोग भोजन तैयार कर रहे थे। लोगों के लिए थोड़ी-थोड़ी दूरी पर कुर्सी लगाई गई थी, ताकि वह बैठ कर कहा सके। इसी बीच थानाप्रभारी अरविंद भी वहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि थाने की कार्रवाई के बीच सैनिटाइजेशन का ख्याल रखना बहुत मुश्किल भरा है, लेकिन हमलोग इसका पालन कठोरता से करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने पॉकेट से सैनिटाइजर निकाला और पहले खुद के हाथों पर लगाया फिर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर के हाथों में भी दिया। थाना प्रभारी ने एक रोचक बात बताई। उन्होंने कहा कि जवानों को निर्देश दिया है कि वे अपने लाठी, डंडे, या हथियार के बट को भी सैनिटाइजर से भीगे कपड़े से पोछते रहें, ताकि खुद भी सेफ रहें और दूसरे लोगों को भी रखें।

बिना सेनेटाइजेशन के प्रवेश नहीं

थानो में जो भी पुलिसकर्मी डयूटी के बाद वापस लौट रहा था उसे भी सैनिटाइज किया जा रहा था। थाना प्रभारी के आदेश पर थाना परिसर के अंदर जो भी आएगा उसे सैनेटाइज किए बगैर अंदर नहीं जाने देना है। इसी बीच जो जवान अपनी ड्यूटी से वापस थाना लौट रहे थे उन्होंने भी बताया कि वे लोगों को समझा-बुझाकर लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करवा रहे हैं। इसके साथ ही वे अपनी भी सुरक्षा का पूरा ख्याल रख रहे हैं।

पिटीशन को भी सैनिटाइज

पूरे मामले को लेकर रांची के डोरंडा थाना प्रभारी शैलेश कुमार, लालपुर थानेदार अरविंद कुमार और बरियातू थानाप्रभारी सपन कुमार महथा ने बताया कि चुंकी लॉकडाउन की स्थिति है और कोरोना जैसी महामारी फैली हुई है, लेकिन लोग थाने में आते ही रहते हैं अपनी फरियाद लेकर। इस दौरान हर पुलिसकर्मी को उनका पिटीशन भी लेना है। इसके साथ ही मामलों पर कार्रवाई भी करनी है। यही वजह है कि थाने में हर आने-जाने वाले लोगों को सबसे पहले साबुन से हाथ धुलाया जा रहा है और फिर उन्हें सैनिटाइज कर उनके पिटीशन को भी सैनिटाइज किया जा रहा है। इसके बाद ही थाने में एंट्री दी जा रही है।

सभी थानों को जरूरत का सामान व्यवस्थित करने साथ साथ सेनेटाइज रहने को विशेष तौर पर कहा गया है। लोगों का लगातार आना-जाना लगा हुआ है। ऐसे में थानाप्रभारी से लेकर जवान तक को संक्त्रमण मुक्त रहना और लोगों को भी संक्रमण से बचाना एक बड़ी चुनौती है।

-अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची

Posted By: Inextlive