आगरा। कोरोनावायरस ने इस वक्त पूरी दुनियां को हिला कर रख दिया है। आगरा में भी अब तक इसका संक्रमण 172 लोगों में हो गया है। लेकिन आगरा में अब तक 12 लोगों ने कोरोनावायरस को मात दी है यानि ये 12 लोग कोरोनावायरस के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इन लोगों ने अपनी विल पावर को मजबूत रखा और डॉक्टर्स का भरपूर सहयोग दिया। इस कारण ये लोग कोरोनावायरस जैसी खतरनाक बीमारी को मात दे सके। हाल ही में ठीक हुए सोनू, दीपक और कुनाल से आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज होने के बाद बात की दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्ट ने

कुनाल त्यागी- कुनाल न्यू कैसल यूनिर्विसटी में फाइनेंस के स्टूडेंट हैं। वे आगरा लौटे तो उन्होंने जिला अस्पताल में अपनी जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद वे आइसोलेशन वार्ड में चले गए। यहां पर डॉक्टर्स ने उनका इलाज किया। कुनाल बताते हैं कि आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टर्स उनसे लगातार फोन कर उनसे पूछते रहते थे कि उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है। सिस्टर या वार्ड ब्वॉय उन्हें दिन में दो से तीन बार खाना और दवा देने के लिए आते थे। आइसोलेशन वार्ड में सबसे मुश्किल टाइम गुजारना है, इसके लिए कुनाल फोनपर अपने फैमिली मेंबर्स और फ्रेंड्स से बात कर लिया करते थे। वे फोन पर मूवी भी देखकर टाइम गुजारते थे। वे वहां पर योगा भी करते थे। कुनाल बताते हैं कि चौदह दिन गुजारना कठिन तो था लेकिन उन्होंने भरोसा रखा और वे ठीक हो गए।

रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही डॉक्टर्स के साथ चले गए कुनाल

कुनाल के पिता सुरेंद्र त्यागी बताते हैं कि कुनाल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर वे तो डर गए लेकिन कुनाल बिल्कुल नहीं डरा, वो तुरंत डॉक्टर्स की टीम के साथ चला गया। कुनाल के पिता ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में रहने के दौरान उनकी बात उससे फोनपर हो जाती थी। फिलहाल 14 दिनों के लिए वो होम क्वारंटीन है और इसका सख्ती से पालन कर रहा है। वह अपने एक अलग कमरे में रहता है। वह काफी समझदार है और सारी चीजों को अच्छे से जानता है। उसने सुरक्षा के लिहाज से खाने के लिए भी डिस्पोजल मंगा रखा है।

चौदह दिन से पहले आई कुनाल की दोनों रिपोर्ट निगेटिव

कुनाल के डॉक्टर्स ने बताया कि कुनाल में कोई भी ¨सपटम्स नहीं मिले है। न तो उसे जुकाम है और नहीं खांसी। वो अ¨सपटोमेटिक है। उसकी दोनों रिपोर्ट चौदह दिन से पहले ही निगेटिव आ गई थीं।

सोनू कुशवाह- जीवनी मंडी निवासी सोनू कुशवाह 31 मार्च को अपनी छुट्टी बिताने यूएई से आगरा आए थे। वे वहां पर एक टूरिज्म कंपनी में एकाउंटेंट हैं। यहां आकर उनसे पहले होम क्वॉरंटीन होने के लिए कहा गया इसके बाद उनकी कोरोना की जांच कराई तो उसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ऐसे में उन्हें आइसोलेशन वार्ड में जाना पडा़। सोनू में भी कोई ¨सपटम्स नहीं मिले। न तो उन्हें बुखार आया और न ही उन्हें खांसी या जुकाम जैसी कोई शिकायत हुई। सोनू बताते हैं कि आइसोलेशन वार्ड में उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। डॉक्टर्स उनसे फोन पर बातकर पूछते रहते थे कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। सिस्टर उन्हें खाना और दवा देने आती थीं। सोनू बताते हैं कि उन्हें वहां पर ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर और सुबह-शाम को चाय बिस्किट मिलती थी। सोनू के बाद उनके भैया और मां में भी कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया। वे दोनों भी सोनू के वार्ड में ही एडमिट हो गए। वे दोनों अभी भी आइसोलेशन वार्ड में हैं और दोनो की तबितयत ठीक है। सोनू को उम्मीद है कि उन दोनों की रिपोर्ट भी जल्दी ही निगेटिव आ जाएगी। सोनू बाकी के अन्य लोगों से भी अपील करते हैं कि सभी अपने घरों में रहकर ही लॉकडाउन का पालन करें।

दीपक अग्रवाल- घटिया आजम खां निवासी दीपक अग्रवाल की तबियत अचानक खराब हो गई। उन्हें खांसी सर्दी-जुकाम हो गया। इसके बाद उन्हें बुखार होने लगा। वे अपने पास के ही डॉक्टर पर दवा लेने गए वहां पर उन्होंने जांचें भी कराईं। लेकिन उनकी तबियत में सुधार नहीं हो रहा था। इसके बाद उनके फैमिली मेंबर्स उन्हें जिला अस्पताल ले गए। वहां पर उनकी जांच करके सीधे आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कर दिया गया। इसके बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। आइसोलेशन वार्ड में एसएन के डॉक्टर्स ने उनका इलाज किया। यहां पर उनकी तबियत ठीक होने लगी और 14 दिन में उनकी दोनों कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आईं। वे कहते हैं कि डॉक्टर्स ने उन्हें पूरी तरह से ठीक कर दिया। इसके लिए वे उनका कोट-कोटि धन्यवाद व्यक्त करते हैं। अब दीपक अपने घटिया स्थित घर में अकेले हैं। उनके फैमिली मेंबर्स को अग्रसेन धर्मशाला में इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में रखा गया है। उनके दो छोटे बच्चे एक तीन साल और एक छह साल दोनों अपनी मां के साथ इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में हैं। फिलहाल वे भी क्वॉरंटीन में हैं। पड़ोसी उनका खाना बाहर टांग देते हैं और वे वहां से लेकर उसे खा लेते हैं।

लगातार फोन आता है सीएमओ ऑफिस से

दीपक बताते हैं कि उनके पास सीएमओ ऑफिस से डॉक्टर्स का रोज फोन आता है और वे उनसे लगातार उनकी तबियत का हाल पूछते रहते हैं। उनके पास काउंसलर का भी रोज फोन आता है वे उनसे डेली पूछते रहते हैं कि कोई परेशानी तो नहीं हो रही है।

Posted By: Inextlive