-प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से फिर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में किया गया शिफ्ट

-संक्रमण की संभावना को देखते हुए स्टाफ बरत रहा सतर्कता

बरेली: कोरोना पॉजिटिव युवक और उसकी फैमिली के मेंबर्स को ट्यूजडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करके इलाज शुरू कर दिया गया है। हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स के एडमिट होने के बाद खासी सतर्कता बरती जा रही है। अफसरों के साथ ही स्टाफ भी जरूरी सावधानी बरत रहा है, जिससे कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके।

लगातार रखी जा रही नजर

बता दें कि नोएडा से लौटे युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि होने के बाद उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ही आइसोलेट किया गया था जबकि उसके परिवार के छह सदस्यों को एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन किया गया था, बाद में युवक को भी उसी मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया था। उसके फैमिली के पांच फैमिली मेंबर्स के भी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद अब सभी को फिर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शिफ्ट कर इलाज शुरू कर दिया गया है।

ताकि न फैले संक्रमण

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में छह कोरोना पॉजिटिव के एडमिट होने के बाद हर कदम पर सतर्कता बरती जा रही है। यहां से फीमेल हॉस्पिटल की ओर जाने वाले रास्ते पर बाइक खड़ी कर और कुर्सियां रखकर रास्ता बंद कर दिया गया है। इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड की ओर कोई न जाए इसके लिए यहां खासतौर पर नजर रखी जा रही है।

पेशेंट्स ने काटा हंगामा

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शिफ्ट किए जाने के बाद कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स ने यहां की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पेशेंट्स का आरोप था कि ड्यूटी पर तैनात स्टाफ मनमानी कर रहा है। ठीक से उनकी देखभाल नहीं कर रहा है। वहीं परिसर में जो कोरोना अवेयरनेस के लिए लाउडस्पीकर लगाया है इसकी आवाज इतनी तेज है जिससे नींद नहीं आ रही है। ऐसे में फिजीशियन डॉ। वागीश वैश्य ने पेशेंट्स की समस्या का निस्तारण किया जिसके बाद पेशेंट्स ने हंगामा करना बंद किया।

Posted By: Inextlive