आगरा : कोरोनावायरस का कहर इस वक्त पूरी दुनिया में है। किसी को इस वक्त हल्की सी खांसी भी हो जाए तो यदि आपको लग रहा है कि कहीं आपको कोरोनावायरस तो नहीं हो गया है। तो आपको सबसे पहले कुछ बातों की ओर ध्यान देना होगा।

-क्या आप पिछले 14 दिनों में विदेश से लौटे हैं?

-या आप पिछले दिनों विदेश से आए व्यक्ति के संपर्क में आए हैं?

-या कोरोनावायरस के संक्रमित पेशेंट के संपर्क में आए है?

- और आपको खांसी-जुकाम या बुखार के लक्षण हैं तो आप तुरंत 1800 180 5145 पर कॉल कर सहायता मांग सकते हैं। या फिर जिला अस्पताल जाकर आप अपनी स्क्रीनिंग करा सकते हैं।

आगरा में कोरोनावायरस से निपटने के लिए भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है। जो पूरे जिले में कोरोनावायरस के सस्पेक्ट्स की स्क्रीनिंग कर रही है।

स्क्रीनिंग की है सुविधा

आगरा में कोरोनावायरस सस्पेक्ट्स की स्क्रीनिंग की सुविधा केवल जिला अस्पताल में ही अवेलेबल है। यदि आपको लगता है कि आप सस्पेक्ट हैं तो आप जारी की गई हेल्पलाइंस पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप जिला अस्पताल जाकर अपनी स्क्रीनिंग करा सकते हैं।

ऐसे होती है स्क्रीनिंग

-जिला अस्पताल जाकर आपको अपनी समस्या के बारे में बताना होगा।

-यहां पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम आपकी स्क्रीनिंग करेगी।

-आपकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी, इसमें आपकी बॉडी का टेंपरेचर मापा जाएगा।

- आपकी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में पूछा जाएगा। आपने पिछले दिनों विदेश यात्रा तो नहीं की है। यदि आप विदेश से आए हैं तो आप कहां-कहां होकर आए हैं। आप किस डेट को विदेश गए, किस डेट को इंडिया वापस आए, किस एयरपोर्ट से आपने फ्लाइट पकड़ी और कौनसी फ्लाइट से इंडिया आए। इंडिया में लैंड करने के बाद आप किसी रूट और किस माध्यम से अपने शहर आए। किन-किन लोगों के संपर्क में आप यहां आए। ये सभी सवाल आपसे पूछे जाएंगे।

- आप पहले से किसी डिजीज (बीमारी)

से ग्रसित तो नहीं है, आपको डायबिटीज, हाइपरटेंशन सहित अन्य समस्याएं तो नहीं है। इसकी डिटेल भी आपसे पूछी जाएगी।

-इस सबके बाद डॉक्टर्स की टीम आपकी जांच कर डिसाइड करेगी कि आपका सैंपल लेने की जरूरत है या नहीं। अन्यथा आपका हेल्थ कार्ड बनाकर आपको दे दिया जाएगा। इसके साथ ही डॉक्टर्स आपकी परिस्थिति के अनुसार आपको अन्य सलाह भी देंगे।

- यदि आपका सैंपल लिया जाता है तो डॉक्टर्स की टीम आपको आइसोलेशन वार्ड में भी एडमिट कर सकती है।

- आपके सैंपल को लेकर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की लैब में वाया रोड भेजा जाता है।

- सैंपल की रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर आ जाती है।

- इस रिपोर्ट को आपके कॉन्टेक्ट नं। ई-मेल से आपके पास भेज दिया जाता है।

- रिपोर्ट आने पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम आपको फोनकर आपको जरूरी हिदायत भी दे सकती है।

-आपको 14 दिनों के लिए होम क्वॉरंटीन होने के लिए भी कहा जा सकता है।

- कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन और रैपिड रिस्पॉन्स टीम की बात को आप माने। इससे कोरोनावायरस से लड़ाई में आप इंडिया का साथ देंगे।

न जाएं प्राइवेट हॉस्पिटल

आपको लगता है कि आपमें कोरोनावायरस के सिंपटम्स हैं तो आप प्राइवेट हॉस्पिटल बिल्कुल न जाएं। यहां पर कोरोनावायरस का इलाज नहीं किया जा रहा है। भारत सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोनावायरस का इलाज अभी तक संभव नहीं है। यदि आप प्राइवेट हॉस्पिटल जाते भी हैं तो वहां से आपको जिला अस्पताल जाने की सलाह दी जाएगी।

इतनी है तैयारी

हेल्थ डिपार्टमेंट

-सीएमओ या एसीएमओ -13

-स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स- 129

-सिटी में पीएचसी- 30

-सैंपलिंग गाडि़यां - 02 स्टाफ सहित

-स्क्रीनिंग टीम प्रतिदिन दो स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के साथ पूरी टीम रहती है तैनात

इतने हैं आइसोलेशन वार्ड

-जिला अस्पताल-10 बेड पांच महिला, पांच पुरूष

-एसएन मेडिकल कॉलेज- 40 बेड

-डोर-टू- डोर जाकर की जा रही है स्क्रीनिंग

ऐसे होती है थर्मल स्क्रीनिंग

सिटी में रेलवे स्टेशन सहित अन्य सार्वजनिक जगहों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। यहां पर दो मशीनों से थर्मल जांच की जा रही है। इसमें तीन से पांच मिनट का समय लगता है।

- टेंपरेचर को दोनों मशीनों से अलग- तरीके से डिग्री सेल्सियस और फॉरेनहाइट में मापा जाता है।

- सामान्य तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस, 97- 100 डिग्री फॉरेनहाइट होना चाहिए।

- इसमें 38.4 डिग्री सेल्सियस और 100.4 से तापमान ऊपर जाने पर रेड लाइट जलने लगती है।

- इसके बाद डॉक्टरों की विशेष टीम उस व्यक्ति की जांच करती है।

Posted By: Inextlive