Coronavirus उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 31 से अधिक इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है जिससे क्षेत्रों में कोई भी आवाजाही नहीं हो पा रही है। प्रदेश में जिन इलाकों को सील कर दिया गया है ये वही इलाके हैं जहां पिछले 48 घंटों में कोरोना वायरस पॉजिटिव केस पाए गए हैं।

लखनऊ (आईएएनएस)। Coronavirus कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी बढ़ रही है। तब्लीगी जमात के लोगों ने इसकी संख्या बढ़ाने में एक खास भूमिका अदा की है। उत्तर प्रदेश का तो बुरा हाल है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में 31 से अधिक इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। रायबरेली जिले में दिल्ली से लाैटे तब्लीगी जमात के दो सदस्यों का सोमवार को कोरोना टेस्ट हुआ और वे पाॅजिटिव पाए गए। इसके बाद यहां के दस इलाकों को सील कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक, रायबरेली, स्वप्निल ममगाईं ने कहा कि नगर कोतवाली क्षेत्र में 200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। दो जमाती मिलने के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। इसके अलावा सीतापुर जिले के खैराबाद में सात बांग्लादेशी समेत आठ जमातियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव जाने के बाद उसे भी सील कर दिया गया है।

राजधानी लखनऊ में हालात काफी गंभीर

प्रदेश की राजधानी लखनऊ के तो हालात काफी गंभीर हैं। यहां पूरे सदर बाजार क्षेत्र को शुक्रवार शाम सील कर दिया गया था। यहां एक मस्जिद में तबलीगी जमात के 12 सदस्य मिले थे जिनका कोरोना टेस्ट हुआ जिनमें 11 लोग पाॅजिटिव पाए गए थे। सील किए गए सदर बाजार के निवासी रमेश भसीन ने आईएएनएस को फोन पर बताया कि उन्हें अपने दरवाजे पर खड़े होने या खिड़कियों के माध्यम से पड़ोसियों से बात करने की भी अनुमति नहीं दी जा रही है। वहीं वाराणसी की बात करें तो यहां के चार इलाकों को भी सील कर दिया गया है। इनमें मदनपुरा, बजरडीहा, गंगापुर और लोहता शामिल हैं। इसके अलावा, प्रतापगढ़, हाथरस, गाजीपुर, आजमगढ़ और कानपुर के विभिन्न इलाकों को भी सील कर दिया गया है।

घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी सील क्षेत्रों को बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है जिससे कि यहां पर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। लॉकडाउन अवधि में एक इलाके को सील करने की आवश्यकता के बारे में पूछे जाने पर, पुलिस अधिकारी ने बताया, लॉकडाउन में, मूमेंट बहुत ज्यादा प्रतिबंधित है और आपातकालीन स्थिति होने पर ही लोग बाहर जा सकते हैं। हालांकि, जब हम एक क्षेत्र को सील करते हैं, तो किसी को भी अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है और हम आपात स्थिति में उनके पास पहुंचते हैं।

Posted By: Shweta Mishra