कोरोना वायरस को रोकने के लिए इन दिनों देश में 21 दिनों का लाॅकडाउन चल रहा है। इस दाैरान यूपी में कोई अपनी बेटी का नाम काेरोना तो कोई बेटे का नाम लाॅकडाउन रख रहा है। यहां पढ़ें ये अनोखे मामले...

देवरिया (उत्तर प्रदेश) (आईएएनएस)। कोरोना वायरस की वजह से देश में लगे लाॅकडाउन से लोग बेहाल हैं। बड़ी संख्या में लोग इन शब्दों से भी दूर भागना चाहते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो इनको अपनी जिंदगी का हिस्सा बना रहे हैं। अपने बच्चों के नाम रख रहे हैं। यूपी के देवरिया जिले के खुखुंदू गांव में सोमवार को पैदा हुए एक बच्चे का नाम उसके माता-पिता ने 'लॉकडाउन' रखा है। बच्चे के पिता पवन ने कहा कि उनके बेटे का जन्म लॉकडाउन के दौरान हुआ था। हम लॉकडाउन लागू करने और कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हैं। लॉकडाउन राष्ट्रीय हित में है और इसलिए हमने बच्चे का नाम लॉकडाउन रखा। उनके लड़के का नाम हमेशा लोगों को राष्ट्रीय हित में लिए गए इस कदम की याद दिलाता रहेगा। पवन ने यह भी कहा कि वह और उसका परिवार लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। बेटे के जन्म के सभी उत्सव अभी बढ़ा दिए हैं। उसने अपने रिश्तेदारों से भी कहा है कि जब तक लॉकडाउन नहीं हट जाता तब तक वे उनसे न मिलें।

'जनता के कर्फ्यू' के दिन जन्मीं बच्ची का नाम रख दिया कोराेना

वहीं इसके पहले 22 मार्च, को 'जनता के कर्फ्यू' के दिन गोरखपुर के सोहगौरा गांव में में जन्मी एक बच्ची को उसके चाचा ने 'कोरोना' नाम दिया था। बच्ची के चाचा, नितेश त्रिपाठी ने कहा कि घातक वायरस कोरोना के नाम पर बच्ची का नाम रखने का फैसला इसलिए किया क्योंकि 'कोरोना' ने इस मुद्दे पर दुनिया को एकजुट किया है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चे के नामकरण से पहले नवजात की मां रागिनी त्रिपाठी से अनुमति ली थी। कोरोना वायरस के सकारात्म पहलू को देखिए। बेशक इसने बड़ी संख्या में लोगाें को मारा लेकिन इसने हम में कई अच्छी आदतों को भी शामिल किया है और पूरी दुनिया को करीब लाया है। यह बच्चा बुराई से लड़ने के लिए लोगों की एकता का प्रतीक होगा। संयोग से दोनों बच्चों के माता-पिता 'लॉकडाउन' और कोरोना शब्द का अर्थ नहीं समझते हैं।

Posted By: Shweta Mishra