Coronavirus चीन में इन दिनों कोरोनावायरस का कहर बरपा है। ऐसे में इस बार यहां पर गणतंत्र दिवस समारोह नहीं मनाया जाएगा। इस बात की जानकारी खुद बीजिंग में स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट के जरिए दी है।


बीजिंग (पीटीआई)। Coronavirus चीन में इन दिनों कोरोनोवायरस की वजह से हालात गंभीर है। ऐेस में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को कोरोनावायरस के प्रकोप की वजह से बीजिंग में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह को रद कर दिया। यहां पर अब तक इस वायरस की वजह से करीब 25 लोगों की मौत हो गई और 800 से अधिक लोग इससे संक्रमित हो गए। भारतीय दूतावास ने 26 जनवरी को होने वाले समारोह को रद करने की घोषणा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि चीन में कोरोनावायरस के कारण पैदा हुए हालात को देखते हुए चीनी अधिकारियों द्वारा सभी सार्वजनिक सभाओं और आयोजनों को रद करने का फैसला लिया गया है। ऐसे में हमने भी 26 जनवरी के लिए गणतंत्र दिवस समारोह को रद करने का फैसला ले लिया है। वायरस का कहर सबसे ज्यादा चीन के हुबेई प्रांत में
फ्रेश रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 25 हो गई है। वहीं करीब 830 लोगों में इसके होने की पुष्टि हुई है। इस वायरस का कहर सबसे ज्यादा चीन के हुबेई प्रांत में हैं। चीन ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए वुहान समेत आठ शहरों को बंद कर दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक घातक वायरस दिसंबर के महीने में वुहान शहर से उत्पन्न हुआ था और तब से दक्षिण कोरिया, जापान, ताइवान और थाईलैंड सहित संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के अलावा कई एशियाई देशों में मामले सामने आए हैं। वहीं गुरुवार को दूतावास ने रिपब्लिक डे रिसेप्शन किया। इसमें चीनी अधिकारियों और बीजिंग स्थित राजनयिक समुदाय के सदस्यों ने हिस्सा लिया। उप विदेश मंत्री और भारत में चीन के पूर्व राजदूत लुओ झाओहुई स्वागत समारोह में मुख्य अतिथि थे। 2020 द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण साल रिपब्लिक डे रिसेप्शन में चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिश्री ने माैजूद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2020 द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण साल है क्योंकि यह चीन और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70वें साल को दर्शा रहा है। उन्होंने कहा कि यह ध्यान देने योग्य है कि भारत पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) को मान्यता देने वाले पहले गैर-समाजवादी देशों में से एक है। यह हमारी यात्रा की समीक्षा करने और नए लक्ष्यों को एक साथ सेट का करने का सही टाइम है। पिछले साल चेन्नई में पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दूसरी अनौपचारिक मुलाकात सफल रही।

Posted By: Shweta Mishra