Coronavirus प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियाे कांफ्रेसिंग के जरिए कैबिनेट मीटिंग की। इस दाैरान राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति सहित सभी माननीयों की सैलरी में भारी कटौती दो साल तक सांसद निधि पर रोक के अलावा दो साल के लिए MPLADS फंड का टंपरेरी संस्पेशन किया गया है। यहां देखें कैबिनेट के अन्य फैसले...

नई दिल्ली (पीटीआई/एएनआई)। कोरोना वायरस को रोकने के लिए देशव्यापी लाॅकडाउन में बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। इस दाैरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर मौजूद थे। इस दाैरान बैठक में कोरोना वायरस को देखते हुए राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति सहित सभी माननीयों की सैलरी में भारी कटौती के साथ दो साल तक सांसद निधि पर रोक जैसे कई अन्य बड़े निर्णय लिए गए हैं।

वेतन, भत्ते और पेंशन में एक साल तक होगी कटाैती

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने संसद अधिनियम, 1954 के तहत संसद सदस्यों (सांसदों) के वेतन, भत्ते और पेंशन में कटाैती के लिए एक अध्यादेश को मंजूरी दे दी। इसके अंर्तगत1 साल के लिए सांसदों के वेतन, भत्ते और पेंशन को में 30 प्रतिशत की कटाैती की जाएगी। इस धन का इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यों के राज्यपालों ने भी स्वेच्छा से सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में वेतन कटौती का फैसला किया है।

एमपीलैड फंड का दो साल के लिए हो रहा सस्पेंशन

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दो साल के लिए MPLADS (संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास) फंड का टंपरेरी संस्पेशन किया गया है। इस एमपीलैड फंड की दो साल के लिए 7,900 करोड़ रुपये का कंसाॅलिडेट अमाउंट इंडिया के कंसाॅलिडेट फंड में जाएगा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में मंत्रियों से कहा राज्य व जिला अधिकारियों के साथ संपर्क में रहना चाहिए। इमरजेंसी प्राॅब्लम का साॅल्यूशन देना चाहिए।

Posted By: Shweta Mishra