जहां एक तरफ चीन कोरोना वायरस महामारी से उभर रहा है। वहीं दूसरी ओर देश में कोरोना पॉजिटिव के ऐसे मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं जिनमें बीमारी का कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहा है। यह चीन के लिए एक चिंता का विषय बन गया है।

बीजिंग (रॉयटर्स) चीन कठोर नियंत्रण प्रयासों के बावजूद कोरोना वायरस के प्रकोप को खत्म करने के लिए संघर्ष कर रहा है। देश में रविवार को 39 नए कोरोना वायरस मामलों की सूचना मिली है। वहीं, यह जानकारी मिली है कि ऐसे मामलों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है, जिनमें इस बीमारी के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सोमवार को एक बयान में कहा कि रविवार को दिन के तक 78 नए स्पर्शोन्मुख (जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखता है) मामलों की पहचान हुई है। अकेले शनिवार को 47 ऐसे मामले सामने आए थे, जिनमें कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद मरीज में कोई लक्षण नहीं दिखा था।

चीन के लिए यह चिंता का विषय

आयातित मामले और स्पर्शोन्मुख मरीज कोई लक्षण नहीं दिखाते हैं लेकिन फिर भी दूसरों में यह वायरस तेजी से फैला रहे हैं। इस तरह के मामले अब चीन के लिए एक चिंता का विषय बन गए हैं। हुबेई प्रांत में लगभग आधे नए मामले स्पर्शोन्मुख हैं। प्रांतीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने इस बात की जानकारी दी है। इतना ही नहीं, स्पर्शोन्मुख मामलों वाले कुल 705 लोग चीन के आसपास मेडिकल ऑब्जरवेशन में हैं।

एपिडेमिक फ्री स्टेटस को अधिकारियों ने कर दिया रद

बता दें कि इस तरह के मामले ऐसे समय में सामने आए हैं, जब वुहान लोगों को 8 अप्रैल को पहली बार शहर छोड़ने की अनुमति देने के लिए तैयार है क्योंकि वायरस का प्रकोप बढ़ने के बाद शहर को जनवरी के अंत में बंद कर दिया गया था। इसी बीच, वुहान अधिकारियों ने स्पर्शोन्मुख मामलों के उद्भव और अन्य अनिर्दिष्ट कारणों से 45 आवासीय यौगिकों की 'एपिडेमिक फ्री' स्टेटस को रद कर दिया है। बता दें कि 'एपिडेमिक फ्री' स्टेटस वुहान में रहने वाले लोगों को एक समय में दो घंटे के लिए अपने घरों को छोड़ने की अनुमति देती है।

Posted By: Mukul Kumar