Coronavirus Covid-19 Impact : अमिताभ बच्चन कोरोना वायरस को लेकर अपने एक बयान की वजह से फिर एक बार चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने कहा है कि कोरोना इंसानी मल में पाया जाता है जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय ने गलत करार दे दिया है।

मुंबई (पीटीआई)। Coronavirus Covid-19 Impact : बाॅलीवुड के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एक चाइनीज एक्सपर्ट दावा कर रहा है कि कोरोना वायरस मक्खियों के द्वारा भी फैल रहा है पर स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ये वायरस मक्खियों से नहीं फैल रहा है। इस बात का दावा करने वाले अपने इस ट्वीट में अमिताभ ने लिखा, 'द लेसेंट के एक अध्यन से पता चला है कि कोरोना वायरस इंसान के सेस्पिरेटरी सिस्टम से ज्यादा दिन तक मानव मल पर प्रभावी रहता है। आओ देशवासियों हम इससे लड़ने के लिए तैयार हैं। इसलिए अपने- अपने घरों का टाॅयलेट इस्तेमाल करें।'

इंसानी मल में कोरोना के होने की पुष्टि की

वहीं ट्वीट के वीडियो में अमिताभ बच्चन ने कहा, 'आज, मैं आपसे कुछ बहुत जरूरी चीज डिसकस कर रहा हूं। हमारा देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है और आपको उसमे एक अहम भूमिका निभानी पड़ेगी। आपको पता है कि हाल ही में कि गई एक स्टडी के मुताबिक चाइना के एक्सपर्ट ने कोरोना वायरस के इंसानी मल में हफ्तों तक रहने की पुष्टि की है। यदि कोई व्यक्ति कोरोना से ठीक भी हो जाए तो वो इंसानी मल में हफ्तों रहता है और इसलिए उस इंसान को दोबारा महामारी हो सकती है।'

स्वास्थ्य मंत्रालय ने उनकी इस बात को ठहराया गलत

संयुक्त स्वास्थ्य मंंत्रालय के सचिव लाव अग्रवाल ने अमिताभ बच्चन की इस बात को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, 'मैंने अमिताभ जी का ट्वीट नहीं देखा पर ये एक इंफेक्शन वाली डिसीज है और मक्खियों से नहीं फैलती।' ये दूसरी बार हुआ है जब बच्चन ने अवेयनेस फैलाने के चक्कर में बेवजह क्रिटिसिज्म को न्योता दे दिया। उनकी दी गई इनफाॅर्मेशन से जनता के बीच कनफ्यूजन ही फैल रहा है। पिछली बार जनता कर्फ्यू के दौरान उन्होंने बयान दिया था कि थाली व ताली बजाने से जो वाइब्रेशन क्रिएट होती है उससे ये वायरस मर जाएगा। इस बात को लेकर भी वो खूब ट्रोल हुए थे।

Posted By: Vandana Sharma