विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO द्वारा कोरोनावायरस को महामारी घोषित किया गया है क्योंकि दुनिया भर में यह घातक बीमारी तेजी से फैल रही है। अब तक कोरोनावायरस से कम से कम 4566 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं दुनिया भर में 124101 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। आइए यहां जानें कैसे एक बीमारी बनती है महामारी...

कानपुर। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा काेरोनवायरस को पैनडेमिक यानी महामारी घोषित किया है। डब्ल्यूएचओ के अध्यक्ष डॉक्टर टेडरोज आध्यनोम गेब्रेयेसोस ने कहा है कि अब कोरोनावायरस के लिए महामारी शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि यह वायरस अब खतरनाक स्थिति में पहुंच रहा है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार ये शब्द उन संक्रमणकारी बीमारियों के लिए इस्तेमाल होता है जो स्थानीय क्षेत्रों से निकलकर बेहद तेजी से कई देशों में मानवीय संपर्क से फैलती है। कोरोनावायरस भी अब इसी कैटेगरी में शामिल हो गया है। इंग्लिश वेबसाइट टाइम्स नाउ में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार डब्ल्यूएचओ और सीडीसी दोनों की महामारी की अपनी परिभाषाएं हैं। हालांकि वे मौलिक रूप से समान हैं।

आखिर महामारी क्या होती है

सीडीसी के अनुसार भी यह एक महामारी है जो कई देशों या महाद्वीपों में फैलती है, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं वह महामारी होती है। 2009 में स्वाइन फ्लू को महामारी घोषित किया गया था। डब्ल्यूएचओ ने महामारी के विभिन्न स्तरों की डिटेलिंग करते हुए उसकी छह कैटेगरी भी डिस्क्राइब किया है। एक बीमारी जो एक विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र में फैलती है और पूरे देश या पूरे विश्व को प्रभावित करती है वह महामारी कहलाती है। हालांकि यहां ये ध्यान देने की जरूरत है कि प्रत्येक महामारी अलग है और इसके पूर्ण प्रभावों की भविष्यवाणी करना असंभव है जब तक कि कोई वायरस प्रसारित नहीं होता है।

बीमारी कैसे बनती है एक महामारी

जैसे ही महामारी के वायरस उभरते हैं। इस दाैरान देशों और क्षेत्रों में अलग-अलग समय पर स्थितियां गंभीर हो जाती हैं। इस कारण से देशों को सलाह दी जाती है कि वे स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर अपने स्वयं के देश में जमीनी स्तर पर स्थितियों का आकलन करें। एक महामारी को एक संक्रामक बीमारी के तेजी से फैलने के बाद परिभाषित किया जाता है, जो किसी भी आबादी में दो सप्ताह या उससे कम समय में बड़ी संख्या में लोगों को होती है। प्रारंभ में एक महामारी को एक स्थान तक सीमित किया जा सकता है, लेकिन यह आबादी के बड़े अनुपात को प्रभावित करते हुए अन्य देशों या महाद्वीपों में फैल सकती है।

महामारी के दौरान सुरक्षित कैसे रहें

डब्लूएचओ और सीडीसी दोनों के दिशानिर्देश के अनुसार कोरोनावायरस निदान के साथ ही उसकी चपेट में आने से बचने के लिए रोजमर्रा की जिंदगी में स्वच्छता को अपनाना और सावधानी बरतने जैसी आदतों को शामिल करना होगा। संक्रमण को रोकने और रोगाणु के प्रसार को सीमित करने के लिए अन्य अच्छी स्वास्थ्य आदतों का भी अभ्यास करना होगा।

कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं।

यदि पानी और साबुन आसानी से उपलब्ध न हों तो सैनेटाइजर का उपयोग करें।

अपनी आंखों, नाक या मुंह को छूने से बचें।

किसी से हाथ न मिलाएं।

उन लोगों के साथ निकट संपर्क से बचें जो बीमार हैं या जिनमें फ्लू जैसे लक्षण हैं।

यदि आप अस्वस्थ हैं, तो घर पर रहें और बीमार होने से बचने के लिए दूसरों से दूरी बनाए रखें।

खांसी या छींक आने पर अपने मुंह और नाक को एक रुमाल आदि से ढक लें।

शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।

भरपूर नींद लें।

अपने तनाव को कम करें।

Posted By: Shweta Mishra