Holi 2020 पर कोरोनावायरस का साया मंडराने लगा है। मथुरा जिला प्रशासन ने आईएमए और संबंधित अधिकारियों के साथ कोरोनोवायरस खतरे का मुकाबला करने की रणनीति बनाने के लिए बैठक की है। वहीं वृंदावन की विधवाएं इस साल भी होली नहीं खेलेंगी। वायरस के डर से लोगों द्वारा होली से दूरी बनाने से लुधियाना जैसे शहरों में दुकानदार परेशान हो रहे हैं।

मथुरा/लुधियाना (एजेंसियां)। होली समारोह से कुछ दिन पहले, मथुरा जिला प्रशासन ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और संबंधित अधिकारियों के साथ कोरोनोवायरस खतरे का मुकाबला करने की रणनीति बनाने के लिए बैठक की है। जिला मजिस्ट्रेट सर्वज्ञ राम मिश्रा ने कहा कि किसी भी घटना के मामले में एक आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया है। मिश्रा ने कहा, 'आईएमए और संबंधित अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक गुरुवार को एक रणनीति बनाने के लिए हुई थी', मथुरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। शेर सिंह ने लोगों को 18001805145, 9897136678, 805743663 से संपर्क करने की सलाह दी है, यदि वे कोरोनावायरस के किसी भी संदिग्ध मामले की रिपोर्ट करना चाहते हैं। साथ ही, वृंदाबन में 'आश्रय सदन' की विधवाओं द्वारा होली उत्सव को कोरोनोवायरस के डर को देखते हुए रद्द कर दिया गया है। वृंदाबन में इस्कॉन के अधिकारियों ने विदेशियों से, विशेष रूप से कोरोनोवायरस से प्रभावित देशों से, उनकी यात्रा को कम से कम दो महीने के लिए टालने को कहा है। इस्कॉन के जनसंपर्क अनुभाग के एक वरिष्ठ सदस्य राज विद्या दास ने कहा कि विदेशी नागरिक, जो पहले से ही वृंदावन में हैं, को चिकित्सा परीक्षण से गुजरना पड़ता है, अगर उन्हें सर्दी, खांसी या बुखार है।

वृंदावन की विधवाएं नहीं खेलेंगी होली

वहीं वृंदावन में सैकड़ों विधवाएं कोरोनोवायरस के प्रकोप को देखते हुए इस साल होली नहीं खेलेंगी। विधवाओं के कल्याण के लिए काम करने वाली सुलभ फाउंडेशन के प्रवक्ता ने कहा, होली समारोह में भारी भीड़ होती है। इस दाैरान तमाम विधवाएं काफी बूढ़ी होती हैं। ऐसे इस दाैरान पानी से खेली जाने वाली होली खेेले जाने से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है। यह लगातार दूसरा वर्ष होगा जब विधवाएं होली नहीं खेलेंगी। पिछले वर्ष विधवाओं ने भाजपा नेता स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर का निधन हो जाने से होली नहीं खेली थी। बीते सोमवार को वृंदावन के ऐतिहासिक गोपीनाथ मंदिर में दिवंगत आत्मा के प्रति संवेदना और सम्मान देने के लिए एकत्रित हुए थे। विधवाओं ने मंदिर में प्रार्थना सभा भी की जहां उन्होंने मोमबत्तियां जलाईं और भजन गाए।

बाजारों में नहीं बिक रहा सामान

हाल के वर्षों में वृंदावन की होली समारोह उन हजारों विधवाओं के लिए एक यादगार घटना बन गई है जो कभी अपमान का सामना करती थीं। 2012 में, सुप्रीम कोर्ट ने चिंता व्यक्त की कि सरकार और उसकी एजेंसियां ​​वृंदावन की विधवाओं की पीड़ा को कम करने के लिए पर्याप्त नहीं कर रही हैं और सुलभ इंटरनेशनल नामक एक एनजीओ को उनकी देखभाल करने के लिए कहा था। वहीं लुधियाना शहर के दुकानदारों का कहना है कि वे कोरोनवायरस के प्रकोप के कारण होली समारोह के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियों की बिक्री में मंदी का सामना कर रहे हैं।

बिक्री में 20-30 प्रतिशत की कमी

दुकानदारों का कहना है कि भारत में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के कारण लोगों में व्यापक डर है। एक दुकानदार रणजीत सिंह ने एएनआई को बताया कि इस बार कोरोनावायरस की वजह से बिक्री कम है। लोग डर रहे हैं कि होली के उत्पाद चीन से आ रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है। रंग चीन से कभी नहीं आते हैं। एक अन्य दुकानदार ने कहा कि कोरोनावायरस के प्रकोप के मद्देनजर उत्पादों की बिक्री में 20-30 प्रतिशत की कमी आई है।

चीन के वुहान से शुरू हुआ वायरस

एक अन्य दुकानदार राजकुमार मल्होत्रा ने कहा कुछ राजनेता लोगों से कोरोनोवायरस की रोशनी में होली नहीं खेलने के लिए कह रहे हैं और इससे हमारे व्यापार पर असर पड़ेगा। कोराेनावायरस की चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ था। इस वायरस से विश्व स्तर पर 3000 की माैत हो चुकी है। भारत में भी बीते सप्ताह कोरोनावायरस ने दस्तक दे दी है। अब तक 25 से अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।

Posted By: Shweta Mishra