Coronavirus in Pakistan पाकिस्तान में संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इस वायरस से यहां अब तक 1400 से अधिक लोग संक्रमित हो गए हैं। फिर भी पाकिस्तानी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। दरअसल उन्होंने फतवा जारी होने के बावजूद नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में भीड़ लगा दी।

इस्लामाबाद (एएनआई) पाकिस्तान में अब तक कोरोना वायरस के 1,408 मामले सामने आए हैं। पंजाब और सिंध इलाके में सबसे अधिक लोग संक्रमित हैं। पंजाब स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार, पंजाब में शुक्रवार को 29 नए मामलों की पुष्टि हुई, इसी तरह प्रांत में संक्रमितों का आकड़ा 490 तक पहुंच गया है। पंजाब के बाद सिंध में कोरोना का सबसे अधिक मामला देखने को मिला है। यहां, अब तक 440 लोग संक्रमित हैं। वहीं, पाकिस्तान में अब तक इस खतरनाक वायरस से 11 मौतें हो चुकी हैं। बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा के उत्तर-पश्चिमी प्रांत में 180 मामले, राजधानी इस्लामाबाद में 27 और बलूचिस्तान में 133 मामलों की सूचना मिली है। वहीं, पाकिस्तान ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 2 अप्रैल तक सभी घरेलू उड़ान संचालन को निलंबित कर दिया है।

मस्जिदों में लोगों ने लगाई भीड़

पाकिस्तान में वायरस का प्रयास बढ़ने के बावजूद वहां के लोग भारी संख्या में इकट्ठा होने से बाज नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को एक शीर्ष वैश्विक इस्लामिक निकाय द्वारा जारी किए गए एक फतवे (धार्मिक संस्करण) के बावजूद पाकिस्तान की कई मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए लोगों ने भीड़ लगा दी। इस्लामाबाद में शुक्रवार को फ़ैसल मस्जिद में नमाज अदा की गई जहां लगभग 40 लोगों ने कुछ दूरी बनाकर नमाज अदा की। सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में भी शुक्रवार की नमाज में शामिल होने वाले लोगों की रिपोर्ट मिली, बावजूद इसके लोगों को इसमें शामिल होने से रोकने के लिए पुलिस कर्मियों की मौजूदगी थी। सरकार ने शुक्रवार की नमाज को अदा करने के लिए तीन से पांच के बीच लोगों की संख्या को सीमित करने के लिए एक अधिसूचना जारी की थी ताकि कोरोनोवायरस के प्रसार को रोका जा सके लेकिन लोगों ने इस अधिसूचना को सीधे ख़ारिज कर दिया।

नमाज रोकने के लिए जारी किया गया था फतवा

मिस्र के जामिया अल अजहर के एक ग्रैंड इमाम शेख ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के अनुरोध पर बुधवार को राज्य के प्रमुख को कोरोना वायरस के मद्देनजर शुक्रवार की नमाज को निलंबित करने का अधिकार दिया था। फतवे में कहा गया कि मस्जिदों में सामूहिक नमाज सहित सार्वजनिक समारोहों में कोरोना वायरस का प्रसार हो सकता है और मुस्लिम देशों की सरकारों को इस तरह के आयोजनों को रद करने का पूरा अधिकार है। हालांकि, बरेलवी और देवबंदी संप्रदायों के धार्मिक नेताओं ने अल-अजहर द्वारा जारी किए गए फैसले का समर्थन नहीं किया।

स्पेशल वालंटियर फोर्स बनाने की घोषणा

इसके अलावा, प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने में मदद करने के लिए एक स्पेशल वालंटियर फोर्स बनाने की घोषणा की। वहीं, पाकिस्तान ने सभी चीन के साथ अपनी सीमाओं को एक दिन के लिए खोला है ताकि आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति स्वीकार की जा सके। कोरोन वायरस पर राष्ट्रीय कोर समिति की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए खान ने कहा कि कोरोना रिलीफ टाइगर फोर्स के लिए पंजीकरण 31 मार्च से शुरू होगा। उन्होंने कहा, 'यह फोर्स विभिन्न क्षेत्रों में गरीबों और जरूरतमंदों की पहचान करने में मदद करेगा और सरकार सीधे उनकी मदद करेगी। बल उन लोगों को भी भोजन प्रदान करेगा जो तालाबंदी के कारण अपने घरों से बाहर नहीं जा सकते हैं।' खान ने एक कोरोना रिलीफ फंड स्थापित करने की भी घोषणा की, जिसका उपयोग दान एकत्र करने के लिए किया जाएगा और यह पैसा जरूरतमंद लोगों को वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने कमी के खतरे का मुकाबला करने के लिए देश में माल की आवाजाही पर प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है।

Posted By: Mukul Kumar