कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर के बड़े-बड़े स्पोर्ट्स इवेंट जहां रद कर दिए गए। वहीं ओलंपिक कमेटी खेल के इस महाकुंभ को तय समय पर कराने के लिए अड़ी है।

लाउसेन (एएफपी)। कोरोना के चलते ओलंपिक रद होगा या नहीं, इसको लेकर तमाम सवाल है। बुधवार को ओलंपिक चीफ ने साफ कह दिया कि इस टूर्नामेंट को रद करने के लिए कुछ भी आदर्श स्थिति नहीं है। फुटबॉल की यूरोपीय चैम्पियनशिप और कोपा अमेरिका को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति का कहना है कि 24 जुलाई से खेलों की शुरुआत के लिए "पूरी तरह से प्रतिबद्ध" है। बता दें आईओसी के इस कड़े रुख के चलते कई एथलीटों ने आपत्ति जताई है। मगर आईओसी के एक प्रवक्ता ने शीर्ष एथलीटों की आलोचना के बाद कहा कि यह एक असाधारण स्थिति है जिसके लिए असाधारण समाधान की आवश्यकता होती है, जिससे उन्हें स्वास्थ्य जोखिम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

एथलीटों के स्वास्थ्य की कैसे होगी सुरक्षा

प्रवक्ता ने आगे कहा, 'इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) मौजूदा स्थिति को देखते हुए समाधान खोजने की कोशिश कर रहा। हम अपने एथलीटों को जहां तक संभव है पूरी स्वाथ्य सुरक्षा मुहैया कराएंगे। इस स्थिति में कोई समाधान आदर्श नहीं होगा, और यही कारण है कि हम एथलीटों की जिम्मेदारी और एकजुटता पर भरोसा कर रहे हैं।" ओलंपिक पोल वॉल्ट चैंपियन कतेरीना स्टेफनीडी और ब्रिटेन की विश्व चैंपियन हेपटैथलीट कैटरीना जॉनसन-थॉम्पसन दोनों ने आईओसी के रुख पर चिंता व्यक्त की। स्टेफनीडी ने ट्वीट किया, 'आईओसी चाहता है कि हम अपने स्वास्थ्य, अपने परिवार के स्वास्थ्य और सार्वजनिक स्वास्थ्य को हर दिन रिस्क में डालें। आप हमें आज से ही खतरे में डाल रहे।'

आईओसी अभी भी अड़ा

चीन से पहले एशिया और फिर दुनिया भर में फैल रहे कोरोना के चलते उम्मीद की जा रही कि, इसे स्थगित किया जाएगा। बुधवार को टोक्यो में एक ओलंपिक जिम्नास्टिक क्वालीफायर होना था जिसे रद किया जा चुका है। वहीं एक दिन पहले, जापान की ओलंपिक समिति के उप प्रमुख कोविड 19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। इतना सब कुछ होने के बावजूद आईओसी ने जोर देकर कहा कि "इस स्तर पर किसी भी कठोर निर्णय की कोई आवश्यकता नहीं है।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari