कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोग काफी सजग हैं। हालांकि ये वायरस अखबार से नहीं फैलता है। अभी तक किसी कागज या अखबार से कोरोना के फैलने का कोई प्रमाण नहीं मिला है।

नई दिल्ली (जेएनएन)। अखबार पढऩे से कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका निर्मूल है। अखबार या किसी भी कागज से कोरोना के फैलने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। लॉकडाउन का पालन करते हुए घरों में रहना ही इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। अखबार को लेकर सोशल मीडिया में फैलाई गई सूचनाएं भ्रामक हैं। विशेषज्ञ भी इसकी पुष्टि लगातार कर रहे हैं। ऐसे में अखबार कोरोना का नहीं, बल्कि आपका मित्र है।

अखबार बिल्कुल सुरक्षित है

बीएचयू स्थित आइएमएस के वायरोलॉजिस्ट प्रो. प्रद्योत प्रकाश के मुताबिक, कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज से पहले इस प्रकार अखबारों से वायरस फैलने का खतरा नगण्य है। अभी तक विदेश से ही आये लोगों से यह संक्रमण फैल रहा है। हमारे कर्मयोगी ने अगर विदेश की यात्रा नहीं की है तो यकीन मानिए कि अखबार बिल्कुल सुरक्षित है।बीएचयू के स्कूल ऑफ बायो केमिकल इंजीनियरिंग के पूर्व प्रमुख और टाइफेक के कार्यकारी निदेशक प्रो. प्रदीप श्रीवास्तव का कहना है कि दुनियाभर के चिकित्सकों और वैज्ञानिकों का मानना है कि अखबार से कोरोना संक्रमण का कोई खतरा नहीं है। इस घोर विपदा के समय अखबार आपको हर प्रकार से सुरक्षित और सजग बने रहने की समाग्री दे रहा है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari