Coronavirus: What are Red Orange and Green Zones: रेड जोन में आने वाले हॉटस्‍पॉट के लिए केंद्र ने 170 जिलों की पहचान की है। इन्‍हें दो अन्‍य समूहों में बांटा गया है पहले 123 जिले जहां संक्रमण अत्‍यधिक है व दूसरा 47 क्‍लस्‍टर वाले हॉटस्‍पॉट जिले। आइए समझें यह कैसे तय किया जाता है।

नई दिल्ली (एएनआई)। Coronavirus: What are Red, Orange and Green Zones: केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार COVID-19 के प्रकोप पर काबू पाने के लिए हॉटस्‍पाट्स की पहचान कर उन्‍हें अलग-अलग जोन में बांटा गया है। इसका पैमाना इन इलाकों में मिल रहे केसेज को बनाया गया है। यह तीन जोन हैं रेड, ऑरेंज व ग्रीन।

Red Zone Hotspot criteria

बड़ी संख्या में मामले या COVID -19 की उच्च विकास दर की रिपोर्ट वाले क्षेत्रों को रेड ज़ोन हॉटस्पॉट के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसके लिए नीचे दिया गया पैमाना तय किया गया है।

-अधिकतम केस लोड वाले ऐसे जिले जहां भारत के 80 प्रतिशत से अधिक मामले हैं।
-अधिकतम केस लोड वाले ऐसे जिले जहां किसी भी राज्य के 80 प्रतिशत से अधिक मामले हैं। अथवा
-4 दिनों से कम समय में दोगुने दर वाले जिले (पिछले 7 दिनों के लिए प्रत्येक सोमवार की गणना, राज्य सरकार द्वारा निर्धारित)

Orange Zone and Green Zone criteria

मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, हॉटस्पॉट जिलों को ऑरेंज ज़ोन में बदल दिया जा सकता है, जब 14 दिनों तक कोई भी मामला सामने नहीं आता है और इस ज़ोन को ग्रीन ज़ोन (गैर-संक्रमित जिले) घोषित किया जाएगा जब किसी अन्य पॉज़िटिव मामलों की रिपोर्ट अगले 14 दिनों के लिए नहीं आएगी।

Classification of Red Zone Hotspots into Clusters and Large Outbreak

देश में क्लस्टर के साथ 170 रेड जोन और 207 गैर-हॉटस्पॉट जिले हैं। रेड ज़ोन के हॉटस्पॉट्स को आगे दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है- क्लस्टर्स और लार्ज आउटब्रेक। हॉटस्पॉट्स को लार्ज आउटब्रेक कहा जाएगा यदि एक परिभाषित भौगोलिक क्षेत्र के भीतर COVID-19 मामलों की स्‍थानीय घटनाओं में वृद्धि हुई है, महामारी विज्ञान से जुड़े मामले नहीं हैं या क्षेत्र में 15 से अधिक मामले हैं। देश में बड़े प्रकोप वाले 123 हॉटस्पॉट जिले हैं। यदि किसी सीमित क्षेत्र में 15 से कम मामले हैं और मामलों को महामारी विज्ञान से जोड़ा गया है, तो हॉटस्पॉट को क्लस्टर कहा जाएगा। देश में क्लस्टर के साथ 47 हॉटस्पॉट जिले हैं।

State Wise Hotspot in India: तमिलनाडु के बाद सबसे अधिक हॉटस्‍पॉट महाराष्ट्र व राजस्‍थान में

नियंत्रण के लिए रणनीति

प्रवक्ता ने कहा कि क्‍लस्‍टर और लार्ज आउटब्रेक के लिए क्षेत्र को जिला प्रशासन / स्थानीय शहरी निकाय द्वारा स्थानीय स्तर पर तकनीकी जानकारी के साथ उचित रूप से परिभाषित किया जाना चाहिए। प्रवक्ता ने आगे कहा कि COVID-19 नियंत्रण के लिए रणनीतिक तौर पर ऑपरेशन के क्षेत्र को परिभाषित करना, परिधि नियंत्रण को लागू करना, नियंत्रण और बफर जोन को लागू करना, मामलों की सक्रिय खोज, कांटैक्‍ट ट्रेसिंग, क्‍वारंटाइन, क्‍लीनिकल मैनेजमेंट और जनता के बीच जागरूकता पैदा करना शामिल है।

Posted By: Inextlive Desk