गुजरात मॉडल की तर्ज पर कूड़ा निस्तारण प्लांट से चलेगी योजना

निगम कूड़े से प्लास्टिक, टीन, लोहे को अलग करके बेचेगा

शहर से रोजाना निकलता है करीब 800 मीट्रिक टन कूड़ा

Meerut। इंदौर मॉडल पर नगर निगम की कूड़ा निस्तारण योजना भले ही परवान न चढ़ पाई हो लेकिन अब निगम गुजरात मॉडल पर कूड़ा निस्तारण प्लांट के जरिए मुनाफा कमाने की तैयारियों में जुटा है। दरअसल, अब निगम ने कूड़ा निस्तारण प्लांट से कंपोस्ट खाद बनाने के लिए प्लास्टिक और लोहे के कचरे को अलग करके बेचने की योजना बनाई है। जो गुजरात मॉडल के

रोजाना निकलेगा लोहा व प्लास्टिक

शहर से रोजाना करीब 800 मीट्रिक टन कूडे़ निकलता है। इसके लिए निगम ने गांवडी में कूड़ा निस्तारण प्लांट बनाकर उसका उद्घाटन भी कर दिया। इसमें 200 मीट्रिक टन कूड़े का प्रतिदिन निस्तारण की योजना भी तैयार की गई थी लेकिन प्लांट चालू नही हो सका। इसके बाद निगम ने इस प्लांट के कूड़े से कम्पोस्ट खाद बनाने का निर्णय लिया। अब निगम ने इस प्लांट पर कूड़े से कंपोस्ट खाद के साथ-साथ प्लास्टिक, टीन, लोहा आदि चीजों को अलग-अलग करके बेचने की योजना भी बना ली है। शेष कूड़े से बॉयो कंपोस्ट बनाई जाएगी। साथ ही लोहे व प्लास्टिक को बकायदा टेंडर प्रक्रिया ते तहत बेचा जाएगा।

पहले इंदौर मॉडल फिर गुजरात

दरअसल, छह माह पहले नगर निगम के अधिकारियों ने कूड़ा निस्तारण के लिए इंदौर मॉडल को स्वीकृत किया था। इसके बाद नगर निगम के अधिकारी 18 से 22 अप्रैल तक अहमदाबाद में लीडरशिप प्रोग्राम करने गए थे। वहां चार दिनों में नगर निगम के अधिकारी गुजरात के अनेक स्थानों पर सफाई व्यवस्था व कूड़ा निस्तारण, सड़क निर्माण आदि चीजें देखकर आए। जिसके बाद शहर में गुजरात मॉडल पर कूड़ा निस्तारण को हरी झंडी दे दी गई थी।

सफाई को लेकर गुजरात में अनेक प्रयोग किए गए हैं। उसी तरह मेरठ में भी यह प्रयोग किए जाएंगे।

मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive