- विजिलेंस कोर्ट में विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश की चार्जशीट

- 73 गवाहों के आधार पर 5 बिंदुओं पर चार्जशीट, एक मामले की जांच जारी

देहरादून, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में घोटाले के आरोपी निलंबित कुलसचिव डॉ। मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ विजिलेंस ने 4700 पेजेज की चार्जशीट दाखिल कर दी है। फ्राइडे को विजिलेंस कोर्ट में विशेष न्यायाधीश के समक्ष चार्जशीट दाखिल की गई, इसमें 73 गवाह बनाए गए हैं।

3 दिसंबर 2018 को किया था अरेस्ट

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव डॉ। मृत्युंजय मिश्रा को करोड़ों के घोटाले के आरोप में विजिलेंस की टीम ने पिछले वर्ष 3 दिसंबर को उसके मोहिनी रोड स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। विशेष न्यायाधीश विजिलेंस की कोर्ट में पेशी के बाद उसे न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल सुद्धोवाला भेज दिया गया था। एसएसपी विजिलेंस ने बताया कि अभी भ्रष्टाचार के इस मामले में केवल मृत्युंजय मिश्रा के ही खिलाफ चार्जशीट दी गई है। ट्रैवलिंग अलाउंस बिल में मृत्युंजय मिश्रा की ओर से की गई गड़बड़ी पकड़ में आई है, उसने ट्रेन के 10 और हवाई यात्रा के 2 टिकटों का भुगतान सरकारी खजाने से लिया था। वहीं उसकी साढ़े 12 करोड़ रुपये की संपत्तियों का भी पता चला है। एक रिश्तेदार की पत्नी को यूनिवर्सिटी में नौकरी देने और उसके बिना ड्यूटी किए चार लाख रुपये का भुगतान करने के भी दस्तावेज मिल चुके हैं। इसके साथ दिल्ली में असिस्टेंट रेजीडेंट कमिश्नर रहते हुए मृत्युंजय मिश्रा ने कुछ फर्जी आईडी बनवाई थीं। इन सब बिंदुओं पर साक्ष्यों के साथ चार्जशीट तैयार की गई है।

5 बिंदुओं पर चार्जशीट

एसएसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि मृत्युंजय मिश्रा के कुलसचिव रहते टीए-डीए बिल में गड़बड़ी, अकूत संपत्ति जुटाने और नजदीकियों को गलत तरीके से आर्थिक लाभ पहुंचाने समेत पांच बिंदुओं पर चार्जशीट तैयार की गई है। मृत्युंजय ने अमेजन ऑटोमेशन कंपनी की प्रोपराइटर शिल्पा त्यागी और क्रिएटिव इलेक्ट्रॉनिक की प्रोपराइटर नूतन को दिए गए दो करोड़ रुपये के टेंडर में हुई नियमों की अवहेलना की जांच की जा रही है। इस मामले में जांच के बाद अलग से चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

Posted By: Inextlive