आरोपों के बीच शुरू हुई नगर निगम की कार्य समीक्षा बैठक

दूषित पानी पर भड़के पार्षद, कूड़ा, गंदगी व स्ट्रीट लाइटों तक सिमट कर रह गई बैठक

Meerut। शहर में करवाएं जा रहे विभिन्न कार्यो की समीक्षा को लेकर गुरुवार को टाऊन हॉल में हुई नगर निगम की कार्यकारिणी बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ। अधिकारियों पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चालू रहा। इस दौरान कई बार पार्षद अधिकारियों से भिड़ते भी दिखाई दिए। हालांकि नगर आयुक्त मनोज कुमार चौहान ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए सभी समस्याओं के जल्द ही निस्तारण की बात कहकर सबको शांत करवाया। बैठक में मेयर सुनीता वर्मा समेत सभी विभागों के अधिकारी व पार्षद मौजूद रहे।

पार्षदों ने किया हंगामा

पिछली दो बार से स्थगित निगम की कार्यकारिणी बोर्ड बैठक में केवल कूड़ा निस्तारण, स्ट्रीट लाइट, सफाई कर्मचारियों की लापरवाही व पथ प्रकाश की चर्चाएं ही होती रही। यहां मौजूद पार्षदों ने जलकल विभाग, निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पथ प्रकाश विभाग के अधिकारियों पर कामचोरी और लापरवाही के जमकर आरोप लगाए। पार्षदों ने आरोप लगाते कहा कि शहर को अंधेरे से मुक्त करने, शहर में जगह-जगह टूटी पाइप लाइनों को ठीक करने, डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने व फॉगिंग आदि के लिए पूर्व में बजट पास हो चुका है। परंतु आज तक किसी वार्ड में समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। पार्षदों को काम के लिए कई-कई बार चक्कर काटने पड़ते है लेकिन न तो अधिकारी मिलते हैं और न ही वह फोन उठाते हैं।

दूषित पानी पर भड़के पार्षद

पिछले काफी समय से दूषित पानी आने की समस्या को लेकर बैठक में कई बसपा पार्षद भड़क उठे। उन्होंने कहा कि शहर के निचले इलाकों मे आने वाले पानी को पीना तो दूर उससे घर के बर्तन तक नहीं धो सकते। वार्ड पार्षद कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन जलकल विभाग के अधिकारी इस समस्या का समाधान करने के बजाए हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं। नगर आयुक्त मनोज कुमार चौहान ने जलकल विभाग के जीएम को जल्द ही इस समस्या के निदान के लिए निर्देि1शत किया

सीवर लाइन बंद

बसपा से पार्षद इकरामुद्दीन ने सीवर लाइनों की दयनीय स्थिति का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा की सीवर लाइन पिछले काफी समय से साफ नहीं कराई गई है। जिसके चलते क्षेत्र में लगातार गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। साथ ही बारिश के दौरान कई वार्डो में जलभराव की परेशानी दूर करने की मांग की गई। इस पर नगरायुक्त ने स्वास्थ्य अधिकारी से जवाब-तलब करते हुए रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

बॉयोमैट्रिक से अटेंडेंस

सदन की बैठक में अधिकांश पार्षदों ने सफाईकर्मियों के लिए बॉयोमैट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज कराने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा उनके वार्ड में सफाई नहीं होती क्योंकि वहां सफाईकर्मी आता नहीं और बिना ड्यूटी पूरा वेतन लेता है।

सबमर्सिबल की होगी जांच

शहर की कई प्राइवेट कॉलोनियों पर नगर निगम की मेहरबानी से लगाए गए 11 एचपी के सबमर्सिबल पंपों की जांच के लिए निगम की एक कमेटी तैयार की जा रही है। नगर निगम कार्यकारिणी में इस मामले को बड़े जोर-शोर से उठाया गया। इसके लिए नगर आयुक्त ने अपर नगरायुक्त और जल विभाग के जीएम आरएस सलूजा के नेतृत्व में एक कमेटी गठित कर दी है।

Posted By: Inextlive