- पल-पल हुआ भारी, कार्यकर्ता जुड़े गणित में

- अपने- अपने बूथ पर ज्यादा वोट दिलाने का दावा

GORAKHPUR : मतदान के बाद ट्यूजडे से काउंटिंग का काउंट डाउन शुरू हो गया है। मतगणना के लिए एजेंट्स बनने वाले चेहरों की तलाश कैंडिडेट्स कर रहे हैं। क्म् मई के इंतजार में कार्यकर्ताओं पर पल-पल भारी गुजर रहा है। कार्यकर्ता, जीत-हार के कैलकुलेशन में लगे हैं। प्रत्याशी भी अपने लोगों से पोलिंग की हकीकत जानने की कोशिश में लगे हैं। गोरखपुर और बांसगांव लोकसभा क्षेत्रों में दिन भर यहीं चलता रहा।

अपने बूथ पर अधिक वोट दिलाने का दावा

मतदान के दौरान लगभग हर कैंडिडेट ने बूथ पर अपने पोलिंग एजेंट्स बनाए थे। बूथ के बाहर पार्टी और प्रत्याशियों के कार्यकर्ता भी मतदान कराने के लिए लगे थे। हर जगह पर कार्यकर्ताओं ने अपने- अपने प्रत्याशियों के लिए ज्यादा से ज्यादा वोट दिलाने का दावा किया था। मतदान के बाद भी वे इसी तरह के दावे में डटे हैं। हर प्रत्याशी के कार्यकर्ता और पोलिंग एजेंट्स खुद को सब पर भारी बता रहे हैं। पिपराइच विधान सभा क्षेत्र के बरगदवा चौराहे पर जुटे एक पार्टी के कार्यकर्ता ने राजमती निषाद के पक्ष में ज्यादा से ज्यादा वोट दिलाने का दावा किया। उधर योगी आदित्यनाथ, राम भुआल निषाद और अष्टभुजा के कार्यकर्ता भी इसी तरह के दावे कर रहे हैं। प्रोफेसर राधे मोहन मिश्र के कार्यकर्ता भी अपने सिटी में मजबूत बता रहे हैं।

चौपाल पर बिछा रहे जीत हार की बिसात

काउंटिंग के काउंट डाउन के शुरू होते ही कार्यकर्ता चौपाल पर जीत-हार की बिसात बिछाने लगे हैं। हालत यह हो गई है कि हर कोई अपना गणित लगा रहा है। बांसगांव लोकसभा क्षेत्र में बसपा और भाजपा में कड़ी टक्कर का दावा किया जा रहा है। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र में सपा कार्यकर्ता दावा कर रहे हैं कि पिपराइच में वे चुनाव जीत चुके हैं। कैंपियरगंज, सहजनवां, शहर और ग्रामीण विधान सभाओं में उनको योगी से ज्यादा वोट मिले हैं। ठीक इसी तरह के दावे योगी समर्थक कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे लोग इस बार तीन लाख से ज्यादा के अंतर से चुनाव जीतेंगे। इसको लेकर चौपाल पर भी बहस चल रही है।

कार्यकर्ता बता रहे हैं कि किस बूथ पर भारी पड़ेंगे, लेकिन बिना बूथवार रिजल्ट आए इसका आंकलन ही किया जा सकता है।

उमेश पासवान, समर्थक राजमती निषाद

बूथवार समीक्षा के बाद ऐसा सामने आया है कि महाराज जी के पक्ष में ज्यादा वोट पड़े हैं। हम लोगों ने मेहनत की है। इसलिए इसका दावा किया जा सकता है।

जगदीश प्रधान, समर्थक योगी आदित्यनाथ

पॉलिटिकल पार्टीज के कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ पर खुद को मजबूत बताते हैं। मतगणना के पहले ऐसा होता है। रिजल्ट आने के बाद कई बार दावों की हवा निकल जाती है।

गौतम गुप्ता, सहायक कंट्रोल रूम प्रभारी

Posted By: Inextlive