भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो आज 10 जुलाई को पांच ब्रिटिश उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी में जुट गई है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के लिए यह एक बहुत ही गौरव का क्षण होगा क्‍योंकि ऐसा करके भारत विश्‍व का वह चौथा देश बन जाएगा जो इतने भारी कमर्शियल मिशन को अंतरिक्ष में पहुंचाने का माद्दा रख रहा है।


इसरो के लिए बड़ी उपलब्धिभारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो आज पीएसएलवी सी-28 लांचर की मदद से 5 ब्रिटिश उपग्रहों को अंतरिक्ष में लांच करने जा रही है। इन उपग्रहों का कुल वजन 1440 किलोग्राम है। उपग्रहों का वजन इस मिशन को काफी खास बना देता है क्योंकि अब तक इसरो ने इतने बड़े मिशन को अंजाम नहीं दिया है। इन उपग्रहों को पीएसएलवी सी-28 लांचर से श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर द्वारा छोड़ा जाएगा। यह लांचर पहले तीन डीएमसी-3 सैटेलाइट्स को 647 किलोमीटर दूर सिनक्रोनस कक्षा में स्थापित करेगा। इसके बाद माइक्रो सैटेलाइट को भी छोड़ा जाएगा। खास बात  इसरो ने की खास कोशिश
इसरो ने इस भारी एवं महत्वपूर्ण मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए खास तैयारियां कर रखी हैं। ज्ञात हो कि यह भारत का पहला कमर्शियल स्पेस मिशन है जिसमें ब्रिटिश कंपनी सैरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजी लिमिटेड के बनाए उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा जा रहा है। इसके लिए पीएसएलवी 28 में दो स्पेशल एडॉप्टर लगाए गए हैं। इस मिशन को प्रोजेक्ट डीएमसीआइआई और एंट्रिक्स कॉरपोरेशन लि. के बीच हुए एग्रीमेंट के आधार पर अंजाम दिया जा रहा है। इससे पहले इसरो फ्रांस के एक उपग्रह को 30 जून साल 2014 में भी लांच कर चुकी है।

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Posted By: Prabha Punj Mishra