किसी देश की गरीबी या अमीरी जानने के लिए अर्थशास्‍त्री उस देश की जीडीपी को पैमाना मानते हैं। यही वजह है कि अंतरराष्‍ट्रीय क्रेडिट एजेंसियों के किसी देश के जीडीपी अनुमान में जरा सा इधर-उधर होने से प्रभावित देश में हाय-तौबा मच जाती है। इसका अर्थव्‍यवस्‍था और लोगों पर क्‍या असर पड़ता है यह तो पता नहीं लेकिन सरकारें जरूर हिल जाया करती हैं। आइए जानते हैं अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष की एक रिपोर्ट के अनुसार 2018 में इस लिहाज से कौन से देश अमीरी की रेस में आगे दौड़ रहे हैं।


लीबिया अमीरी की रेस में सबसे आगेउत्तरी अफ्रीका का देश लीबिया पेट्रोलियम आधारित अर्थव्यवस्था है। तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी की मौत के बाद तितर-बितर हो चुका यह देश 2018 में एक फिर से 31.2 फीसदी जीडीपी ग्रोथ के साथ अमीरी की रेस में दुनिया में सबसे आगे होगा। गृह युद्ध के बाद से ही यह अपनी खो चुकी आर्थिक संपन्नता हासिल करने को लालायित था। दो अंकों में और किसी देश की अर्थव्यवस्था तेजी विकसित होगी तो वह है भारत का पड़ोसी देश भूटान। इसकी अर्थव्यवस्था 11.2 फीसदी की दर से बढ़ेगी। इस तेजी में उसके हाइड्रो प्रोजेक्ट का बहुत बड़ा योगदान होगा।इन पांच देशों की जीडीपी से ज्यादा है IPL के मीडिया राइट्स, इस कंपनी ने खरीदेएशियाई देश : कोई जुए के दम पर तो कोई घरेलू मांग से अमीर
यमन की जीडीपी 8.5 फीसदी रहने का अनुमान है। अपने जुआ सेक्टर के दम पर मकाऊ की जीडीपी 7 फीसदी की दर से बढ़ेगी। लाओस की जीडीपी दर 6.9 फीसदी रहेगी इसमें उसके इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश का बड़ा योगदान रहेगा। पर्यटन और निर्माण उद्योग के बल पर कंबोडिया 6.8 फीसदी की दर से तरक्की करेगा। अपने घरेलू मांग के दम पर ही फिलीपींस 6.7 फीसदी की दर से वृद्धि करेगा वहीं वियतनाम विदेशी निवेश के दम पर 6.3 फीसदी की दर से विकसित होगा।ये हैं विश्व के 10 सबसे अमीर देश

Posted By: Satyendra Kumar Singh