कंकरखेड़ा में स्कूल के बाहर खूनी खेल, गोलियां बरसाकर दंपति का मर्डर

- भतीजे ने ही सगे चाचा-चाची को उतार दिया मौत के घाट

- सेंट फ्रांसिस स्कूल के बाहर सुबह सनसनीखेज वारदात

- पोतों को छोड़ने के लिए पत्नी के साथ कार से स्कूल आए थे ग्राम प्रधान

Meerut: पुश्तैनी मकान के बटवारे को लेकर एक युवक ने अपने चाचा-चाची को गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया। गुरुवार सुबह करीब साढे़ नौ बजे वे दोनों अपनी गाड़ी से पोतों को कंकरखेड़ा स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल छोड़ने आए थे, तभी बाइक सवार दो हत्यारों ने गोली बरसाकर दंपति को मौत के घाट उतार दिया।

ऐसे हुई वारदात

सरूरपुर थाना क्षेत्र स्थित मोती रामपुर निवासी एडवोकेट सत्येन्द्र चौधरी वर्तमान में गांव के प्रधान हैं और पिछले 20 सालों से कंकरखेड़ा स्थित शास्त्री कालोनी में रह रहे हैं। गुरुवार सुबह करीब 9.30 बजे सत्येन्द्र व उसकी पत्नी चंद्रकांता अपनी कार से अपने दो पोतों को सेंट फ्रांसिस स्कूल में छोड़ने आए थे। चंद्रकांता दोनों बच्चों को स्कूल में छोड़कर वापस गेट पर आ रही थी और सत्येंद्र कार बैक कर रहे थे, तभी बाइक पर सवार होकर आए अरुण उर्फ पिंटू पुत्र राजेन्द्र व दो अज्ञात लोगों ने दोनों को गोली मारकर हत्या कर दी।

वारदात से सनसनी

सुबह-सुबह दिन की शुरुआत के समय हुई इस जघन्य घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। दुकान खोलने के लिए शटर उठा रहे दुकानदारों ने भी घटना के बाद शटर गिराने शुरू कर दिए। थोड़ी ही देर में पूरा मार्केट बंद हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। घटना स्थल पर पहुंचे एसओ कंकरखेड़ा प्रशांत कपिल ने घटना स्थल की जांच पड़ताल करते हुए दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

गांव की प्रधानी व संपन्नता भी बनी रंजिश का कारण

-भाई व भतीजे को बर्दाश्त नहीं थे सतेन्द्र की लोकप्रियता

-पुश्तैनी घर के बटवारे से निकली थी आपसी रंजिश की चिंगारी

Meerut: फौजदारी के अधिवक्ता साठ वर्षीय सतेन्द्र चौधरी अपने गांव मोती रामपुर की प्रधान भी थे। गांव में सतेन्द्र की इमेज एक विकास पुरुष के रूप में की जाती थी। यहां तक कि इस बार के ग्राम पंचायत चुनावों को लेकर भी गांव में सतेन्द्र के पक्ष में ही माहौल बना था। यह लोकप्रियता सतेन्द्र के बड़े भाई राजेन्द्र व उसके पुत्र अरुण चौधरी उर्फ पिंटू को बर्दाश्त नहीं हो रही थी। गांव वालों के मुताबिक राजेन्द्र व उसका पुत्र अरुण गांव में भी जगह-जगह सतेन्द्र व उसके परिवार का विरोध करते नजर आते थे, जबकि सतेन्द्र व उसका पूरा परिवार गांव में तरक्कीमंद व विनम्र व्यवहार के लिए जाना जाता है।

फ्लैश बैक

गांव वालों की मानें तो सतेन्द्र चौधरी खुद एक एडवोकेट व ग्राम प्रधान थे, जबकि उनकी पत्नी चंद्रकांता ने सीबीसीआईडी में सब-इंस्पेक्टर पद से वीआरएस लिया था। सतेन्द्र की तीनों पुत्र अमित, मनीष व अनुज और उनकी पत्‍ि‌नयां सरकारी स्कूलों में शिक्षक हैं। अमित दादरी इंटर कालेज व अनुज मुजफ्फरनगर में सरकारी टीचर है। पिछले दो सालों से सतेन्द्र व उनकी पत्नी चंद्रकांता शास्त्री कालोनी अपने घर पर रहकर बच्चों की देखरेख करते थे। गांव वालों का कहना है कि पिछले पांच सालों में ही सतेन्द्र का काम गांव में सबसे अच्छा चल निकला था, जिससे उसका भाई राजेन्द्र हर समय कुढ़ता रहता था।

संपन्नता व तरक्की

बच्चों के कामकाज व अपनी लोकप्रियता के चलते सतेन्द्र का काम खूब चल निकला था, जबकि उसके बड़े भाई का इकलौता पुत्र अरुण उर्फ पिंटू अपराधी किस्म का व्यक्ति था। पिंटू आए दिन गांव में झगड़ा फसाद करता रहता था, जिसमें उसका पिता राजेन्द्र भी संलिप्तता रहता था। गांव वालों ने बताया कि अपनी अपराधिक प्रवृत्ति के चलते राजेन्द्र लगातार अपनी पुश्तैनी जमीन बेच रहा था, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा सतेन्द्र ने ही खरीद लिया था। सतेन्द्र की संपन्नता व लोकप्रियता भी उसके भाई को पसंद नहीं थी।

विवाद की चिंगारी

बताया जाता है कि पिछले साल गांव में पुश्तैनी मकान के बटवारे को लेकर सतेन्द्र व राजेन्द्र का विवाद हो गया था। झगड़े को दबाने के उददेश्य से सतेन्द्र ने अपने हिस्से की कुछ जगह भी बड़े भाई राजेन्द्र व उसके पुत्र को दे दी थी, लेकिन दिल में रंजिश की चिंगारी लिए दोनों बाप बेटे मन-मन ही बदला लेने का षडयंत्र रच रहे थे।

अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं आरोपी पिता-पुत्र

-अपहरण के मामले में दो साल पहले काट चुके हैं सजा

-घटना के समय भी बाइक पर सवार होकर आए थे पिता-पुत्र

Meerut: अपने ही परिवार के लोगों की हत्या करने वाले पिता-पुत्र पर पुलिस डायरी में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो दो साल पूर्व भी राजेन्द्र व उसका पुत्र अरुण अपहरण मामले में जेल काट चुके हैं, जबकि गांव में झगड़ा फसाद जैसे अनगिनत मामलों में दोनों पिता पुत्र की संलिप्तता बताई जाती है।

एक साथ दिया अंजाम

गांव वालों ने बताया कि अपराधिक मामलों में लिप्त रहने के कारण अरुण की शादी भी नहीं हुई थी। लोगों की मानें तो हत्या की घटना को अंजाम देने पिता-पुत्र दोनों बाइक पर सवार होकर आए थे।

पहले सतेन्द्र, फिर चंद्रकांता

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ताबड़तोड़ गोलियां चला रहे अरुण ने पहले तो ड्राइविंग सीट पर बैठे सतेन्द्र पर फायरिंग की, जिसमें से एक गोली उसके सर में जा घुसी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद कुछ दूर आगे जाकर वापस लौटे हत्यारों ने चंद्रकांता को भी गोली मारकर हत्या कर दी।

कप्तान साहब, आपका खौफ न अपराधियों में और न महकमें में

-घटना से आक्रोशित वकीलों ने पीएम हाउस पहुंचकर किया हंगामा

-एसएसपी और डीआईजी से मांगा अपराधिक घटनाओं पर कार्रवाई का हिसाब

Meerut: दिन-दहाड़े हुई हत्या की वारदात से गुस्साए वकीलों ने पीएम हाउस जाकर घटना के विरोध में हंगामा किया। वकीलों का कहना था कि जिले में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। शहर के हालात लगातार खराब होते जा रह हैं। थानेदार भी थानों में बैठकर अपनी दुकान चला रहे हैं।

डीआईजी को घेरा

घटना से गुस्साए वकीलों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे एसएसपी ओंकार सिंह व डीआईजी रमित शर्मा का घेराव किया। पुलिस अफसरों से भिड़े वकीलों ने कहा कि शहर में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नही है। अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है। अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने कहा कि शहर के थानों में मजबूत इच्छा शक्ति वाले थानेदार नहीं हैं। वो अपराधियों पर अंकुश लगाने के बजाए अपनी सेंटिग में लगे रहते हैं।

अफसरों का आश्वासन

वकीलों को समझाते हुए डीआईजी रमित शर्मा ने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने अधिवक्ताओं को शांत कराते हुए कहा कि थानों में सही काम न करने वाले इंचार्जो पर अब कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षा की गुहार

ख्क् दिसंबर को जब सतेन्द्र अपने गांव गया था, तो उसका राजेन्द्र व उसके पुत्र अरुण ने उसके ऊपर हमला कर दिया था। किसी तरह जान बचाकर भागे सतेन्द्र ने इसकी शिकायत कंकरखेड़ा थाने में करते हुए सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी। यह बात सतेन्द्र ने अपने मित्र डॉ। महेन्द्र को बताई थी। महेन्द्र का कहना है कि पुलिस ने उसकी शिकायत का कोई संज्ञान नहीं लिया।

मृतक के परिजनों की ओर से अरुण पुत्र राजेन्द्र व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है। हत्या मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

-बृजेश कुमार, सीओ दौराला

Posted By: Inextlive