अवमानना की कार्यवाही को समाप्त किया गया

ALLAHABAD: अवमानना की कार्यवाही शुरू होने के बाद सीओ कर्नलगंज वीरेंद्र कुमार, इंस्पेक्टर कर्नलगंज सिद्धार्थ तोमर व विवेचक राजेंद्र सिंह को होश आया। सोमवार को तीनों अपर जिला जज मार्कण्डेय राय की अदालत में हाजिर हुए और लिखित माफी मांगी। कोर्ट ने तीनों को कड़ी फटकार लगाते हुए अवमानना की कार्यवाही को समाप्त करते हुए पत्रावली दाखिल दफ्तर किया।

चुनाव ड्यूटी, भाई की शादी का हवाला

सीओ कर्नलगंज ने अपने स्पष्टीकरण में चुनाव ड्यूटी, विश्वविद्यालय के छात्रों के बवाल व भाई की शादी का हवाला दिया। कहा कि इन कारणों से वह कोर्ट में उपस्थित नहीं हो सके। कोर्ट को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी है। इंस्पेक्टर कर्नलगंज ने ठीकरा पैरोकार के सिर पर फोड़ा। कहा कि पैरोकार ने उनको जानकारी नहीं दी थी। विवेचक सब इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने कहा कि 30 नवंबर व दो दिसंबर को स्थिति स्पष्ट करनी थी लेकिन अस्वस्थ होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने भी क्षमा मांगी है। मामला कोर्ट में अभियुक्त कमलाकांत चतुर्वेदी की जमानत अर्जी पर चल रही सुनवाई से जुड़ा है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज है। कोर्ट ने कमलाकांत की जमानत अर्जी को एक बार खारिज कर दिया था। इसी बीच विवेचक ने क्राइम में किडनैपिंग, मारपीट व गालीगलौज की धारा भी जोड़ दी। कोर्ट में केस डायरी को पेश नहीं किया गया तब अवमानना की कार्यवाही विवेचक के खिलाफ शुरू हुई। इंस्पेक्टर कर्नलगंज को आदेश दिया गया था कि वे विवेचक की पेशी सुनिश्चित कराएं। ऐसा न होने पर इंस्पेक्टर के खिलाफ भी अवमानना की कार्यवाही शुरू कर दी गई। सीओ को इंस्पेक्टर व विवेचक को पेश कराने का आदेश दिय गया लेकिन कोई जवाब न आने पर उन पर भी यही कार्यवाही शुरू कर दी गई थी।

एसपी क्राइम कर रहे जांच

कर्नलगंज के सीओ, इंस्पेक्टर व विवेचक की लापरवाही को लेकर एडीजे ने विभागीय जांच का आदेश एसएसपी को दिया था। एसएसपी ने कोर्ट के आदेश के अनुपालन में 24 दिसंबर को एसपी क्राइम रमाकांत प्रसाद को जांच सौंप दी। एसपी ने पुलिस कर्मियों के अभिकथन को अंकित किए जाने की कार्यवाही आरंभ करते हुए तीन बिंदुओं को प्राथमिकता दी। इसमें विवेचक की लापरवाही, सीओ की शिथिल पर्यवेक्षण की जांच हो रही है।

Posted By: Inextlive