Meerut : कैंट में कूड़ा निस्तारण के लिए कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने कदम उठा दिए हैं. जल्द ही कैंट एरिया में कूड़ा निस्तारण को लेकर बदलाव देखने को मिलेंगे. डोर टू डोर कूड़ा उठाने के साथ-साथ नए डिस्टबिन देखने को मिलेंगे. वहीं ट्रंचिंग ग्राउंड में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट भी देखने को मिल सकता है.


डस्टबिन और ट्रंचिंग ट्रक कूड़ा निस्तारण को लेकर कैंट में एक और नया बदलाव देखने को मिल सकता है। कैंट बोर्ड अधिकारियों की माने तो पूरे कैंट में ईंटों के कूड़ाघरों की जगह नए डस्टबिन मंगाए जा रहे हैं। प्लास्टिक बॉडी के ये डस्टबिन बायोडिग्रेडेबल वेस्ट-नॉन डिग्रेडेबल वेस्ट को डिवाइड करेगा। ऐसे कैंट एरिया के लिए 100 पेयर मंगाए जा रहे हैं। एक डस्टबिन की कीमत 26000 रुपए बताई जा रही है। ये सभी डस्टबिन कवर्ड होंगे। वहीं कैंट बोर्ड एक कवर्ड टं्रचिंग ट्रक का भी ऑर्डर किया है। जो पूरी तरह से कवर्ड होगा। ताकि ग्राउंड तक ले जाते समय कूड़ा सड़क पर न फैले।डोर टू डोर उठाया जाएगा कूड़ा
कैंट बोर्ड के अधिकारी लोगों को सहुलियत देने के लिए डोर टू डोर कूड़ा उठाने की भी तैयारी कर रहे हैं। ताकि लोगों को कूड़ाघर तक जाने के लिए न जाना पड़े। सिटी में ये काम मौजूदा समय में एटूजेड कंपनी कर रही है। कैंट अधिकारियों की माने तो इसके लिए रक्षा संपदा निदेशालय से निर्देश आए हुए है। इसलिए तेजी काम किया जा रहा है। कभी भी दिल्ली से कोई भी अधिकारी सर्वे करने भी आ सकता है।  50 लाख का लगाया जाएगा प्लांट


कैंट बोर्ड ट्रंचिंग ग्राउंड में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की तैयारी में जुट गया है। इस प्लांट के माध्यम से बायोडिग्रेडेबल वेस्ट को डिग्रेड कर वर्मी कंपोस्टिंग के थ्रू कंपोस्ड किया जाएगा। वहीं नॉन डिग्रेडेबल वेस्ट को री साइकिल किया जाएगा। इस प्लांट को लगाने के लिए कैंट बोर्ड 50 लाख रुपए खर्च कर रहा है। इस प्लांट की क्षमता 10-15 टन होगी। गौरतलब है कि ट्रंचिंग ग्राउंड का एरिया 21 एकड़ का है। एक दिन में कैंट से 35 टन कूड़ा निकलता है। 'सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को पॉल्यूशन कंट्रोल एक्ट के तहत लागू किया जाएगा। इस पर काम शुरू हो चुका है। वहीं सैंपल के तौर पर डस्टबिन भी मंगाए गए हैं। जल्द ही कैंट के इलाकों में ये दिखाई देने लगेंगे.'- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड

Posted By: Inextlive