COVID-19 effect कोरोनावायरस के महामारी घोषित होने के बाद तभी स्कूलों में छुट्टी के आदेश दे दिए जिसके चलते परीक्षायें नहीं हो पाईं। इसके चलते गुजरात शिक्षा विभाग ने आदेश दिया है की 9 और 11 क्लास तक के सभी स्कूली बच्चों को प्रमोट करके अगली क्लास में भेज दिया जाए।

गांधीनगर, (आईएएनएस)। गुजरात शिक्षा विभाग ने मंगलवार को यहां कक्षा एक से नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा तक के सभी छात्रों को COVID-19 महामारी के बाद अगली कक्षा के लिए प्रमोट करने का आदेश दिया है। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव अश्विनी कुमार ने कहा कि क्लास फर्स्ट से लेकर नाइंथ और इलेवेंथ तक के सभी स्टूडेंटस को कोरोनावायरस से हुई महामारी के चलते पैदा हुई परिस्थितियों के चलते पास करके अगली कक्षा में भेज दिया जायेगा।

स्टूडेंटस और पेरेंटस को राहत

सरकार का मानना है इससे परीक्षा को लेकर तनाव के शिकार छात्रों और उनके अभिवावकों को बड़ी राहत मिलेगी। सोमवार को देश में व्यापक रूप से किए गए लॉकडाउन के चलते राज्य में सभी अध्यापकों और अन्य कर्मचारियों को स्कूल और ऑफिस आने से रोक दिया गया था। ऐसा करने के पीछे सरकार की मंशा थी कि जितना संभव हो कम से कम लोग घरों से बाहर आयें और एक दूसरे के संपर्क रखें। सभी कार्यालयों से कहा गया कि अगर कार्य सुचारू रूप से चलना संभव हो तो केवल 10 परसेंट स्टाफ से ही ऑफिस अटेंड करने के लिए कहें।

कमी नहीं है जरूरी चीजों की

अश्वनि कुमार ने बताया कि स्टेट में जरूरी चीजों जैसे, दूध, फल, सब्जी, ब्रेड आदि की कोई कमी नहीं है। इसलिए लोग पैनिक ना करें और जरूरत भर का समान स्टॉक में रखें जिससे कोई असुविधा ना हो। राज्य में 1,600 से अधिक अमूल पार्लर मौजूद हैं, जिनमें से 1000 से ज्यादा, राजकोट, सूरत और वरोदरा में हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि हम पर्याप्त दूध की आपूर्ति का आकलन और उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं।

सिस्टम को चलाने के लिए करे हैं जरूरी इंतजाम

सारी व्यवस्था के लिए खाद्य और नागरिक आपूर्ति सचिव, नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी, सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार, एपीएमसी निदेशक सहित एक स्पेशल टास्क फोर्स, दोपहर 12 बजे हर रोज स्थिति की समीक्षा करेगा। इसके साथ ही कुमार ने बताया कि सिस्टम को मजबूत करने के लिए, जिला नागरिक आपूर्ति अधिकारियों को जिले के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

फेयर प्राइस शॉप्स खुलीं

राज्य भर में जरूरी सामान उपलब्ध कराने के लिए 17,000 फेयर प्राइस शॉप्स बनाई गई हैं। खाद्य और नागरिक आपूर्ति सचिव मोहम्मद शाहिद ने कहा, एफपीएस मालिकों ने हमें COVID-19 सुरक्षा दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए सामानों की आपूर्ति करने का आश्वासन दिया है।

Posted By: Molly Seth