Coronavirus: संक्रमण के तीन दिन बाद कोरोना मरीजों को होती है स्वाद या गंध की कमी, एक स्टडी का दावा
न्यूयॉर्क (आईएएनएस)। स्वाद या गंध की कमी भी अब कोरोना वायरस के नए लक्षणों में जुड़ गया है। जी हां, यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने अपनी आधिकारिक सूची में इस बात की जानकरी दी है। नए अध्ययन से पता चला है कि कोरोना वायरस संक्रमण होने के तीसरे दिन कोई भी गंध महसूस नहीं करने की संभावना सबसे अधिक है। यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी के एक शोधकर्ता ने कहा, 'कोरोना वायरस के कई रोगी स्वाद की समस्या का भी अनुभव कर रहे हैं।' अध्ययन में यह भी पाया गया कि युवा रोगियों और महिलाओं को गंध की कमी का अनुभव होने की अधिक संभावना है।
103 रोगियों पर किया गया अध्ययनयूसी कॉलेज ऑफ मेडिसिन डिपार्टमेंट ऑफ ओटोलरीयनोलॉजी-हेड एंड नेक सर्जरी में एसोसिएट प्रोफेसर अहमद सेदाघाट ने कहा, 'हमने यह भी पाया कि गंध की समस्या की तुलना में आपके अन्य कोविड-19 लक्षण कितने बुरे होंगे। यदि एनोस्मिया (जिसे गंध की समस्या के रूप में भी जाना जाता है) बदतर है, तो रोगियों को सांस लेने में तकलीफ, गंभीर बुखार और खांसी की गंभीर समस्या होगी।' अध्ययन में 103 कोरोना रोगियों की विशेषताओं और लक्षणों की जांच की गई, जिनका इलाज स्विट्जरलैंड के आरौ में स्थित के अस्पताल में लगभग छह सप्ताह तक चला था। मरीजों से पूछा गया कि उन्हें कितने दिनों में कोरोना के लक्षण दिखे और साथ ही उनसे अन्य लक्षणों के साथ-साथ नुकसान की गंभीरता या गंध जैसी समस्या का वर्णन करने के लिए भी कहा गया।
61 प्रतिशत रोगियों ने महसूस की गंध की कमीसेदाघाट ने कहा कि कम से कम 61 प्रतिशत रोगियों ने संक्रमण के दौरान गंध की कमी के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि उन्हें शुरुआत के 3-4 दिन में किसी प्रकार की गंध ना आने की समस्या शुरू हो गई। सेदाघाट ने सुझाव दिया, 'गंध की कमी और कोरोना वायरस के अन्य लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए। अगर किसी को कोविड-19 के साथ गंध की कमी महसूस होती है, तो हम समझ सकते हैं हैं कि वे रोग के पहले सप्ताह के भीतर हैं।'