कोरोना वायरस के खिलाफ अब सख्त जंग शुरू हो गई है। इसके लिए शनिवार को गोरखपुर-बस्ती मंडल में कोविड वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हो गई। टीकाकरण का शुभारंभ जिला अस्पताल में हुआ पहला टीका एसीएमओ डाॅ. एनके पांडेय को लगा।


गोरखपुर (ब्यूरो)। टीका लगने के बाद उन्होंने कहा कि केवल उतना ही दर्द महसूस हुआ है जितना सुई चुभने से होता है। उन्हें डीएम के विजयेंद्र पांडियान ने माला पहना सम्मानित किया। इसके बाद करीब आधा घंटा वह सेंटर पर बने ऑब्जर्वेशन रूम में रहे, जहां पर नगर विधायक डाॅ. राधा मोहन दास अग्रवाल पहुंचे और उनका हाल-चाल लिया। डॉ. पांडेय ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें। जिनका नाम सूची में है वह अपनी बारी आने पर टीका जरूर लगवाएं। यह पूरी तरह सुरक्षित व असरदार है।फर्स्ट सर्व के फॉर्मूले पर वैक्सीनेशन


देश भर में एक साथ शुरू हो रहे कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद गोरखपुर में भी शुरुआत की गई। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां देर रात तक होती रही। छह बूथों पर 600 हेल्थ वक्र्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। हर बूथ पर सौ-सौ हेल्थ वक्र्स बुलाए गए हैं। हर बूथ पर 11-11 वायल (110-110 डोज) भेज दिया गया है। हर जगह वैक्सीनेटर व सहयोगियों की ड्यूटी लगा दी गई है। 10 नोडल अधिकारियों को निगरानी की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।पीएम ने किया उद्घाटन

कोविड वैक्सीनेशन को लेकर सीएमओ डाॅ. सुधाकर प्रसाद पांडेय व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ. नीरज कुमार पांडेय सुबह से देर रात तक वैक्सीनेशन को लेकर दिशा निर्देश देते रहे। लगातार मानिटरिंग करते हुए सभी बूथों पर प्रोजेक्टर समेत तैयारियां का जायजा लेते रहे। सीएमओ डाॅ. सुधाकर प्रसाद पांंडेय ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। वैक्सीनेटर व उनके सहयोगियों का ट्रेंड किया जा चुका है। एक बार फिर से सभी को देर शाम तक ट्रेनिंग दी गई। सभी को बूथ आवंटित कर दिए गए है। जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है, उन हेल्थ वर्कश को मैसेज भी भेजे जा चुके है। बूथों पर इमरजेंसी दवाओं की किट पहुंचा दी गई है। हर केंद्र पर एक्सपर्ट मौजूद हैं। वैक्सीनेशन के बाद 30 मिनट तक एक्सपर्ट की देखरेख में ऑब्र्जवेशन रूम में निगरानी की जाएगी। हर जगह एंबुलेंस रहेगी। ताकि तबीयत खराब होने पर तत्काल बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा। वहां 10 बेड रिजर्व में रखा गया है।खत्म हुआ इंतजार, मिला स्थायी समाधान

कोरोना का पहला मामला जिले में 26 अप्रैल को आया था। बचाव व सतर्कता से नौ माह से इस महामारी से जंग लड़ रहे जिले को अब वैक्सीन के रूप में स्थायी समाधान मिल गया है। इंतजार खत्म हो चुका है। इस दौरान 21 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए। जिसमें 353 लोगों की मौत भी हो चुकी है।यहां होगा वैक्सीनेशन1- बीआरडी मेडिकल कालेज का स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग2- जिला महिला अस्पताल3- जिला अस्पताल4- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहजनवां5- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपराइच6- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैंपियरगंजइन्हें नहीं लगेगी वैक्सीन- 18 साल से कम उम्र के बच्चों को- बहुत तेज बुखार होने पर- गर्भवती को- खून की बीमारी वाले मरीजों को- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को

Posted By: Gorakhpur Desk