नोवल कोरोना वायरस के नये रूप ओमीक्राॅन के दुनिया भर में फैलने को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी जारी की है। वहीं दक्षिण अफ्रीका के एक एक्सपर्ट ने कहा है कि कोविड-19 के खिलाफ वर्तमान वैक्सीन ले चुके व्यक्ति पर नये वायरस से गंभीर रूप से संक्रमण का खतरा तो कम है ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।


टोक्यो (राॅयटर्स)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि नोवल कोरोना वायरस का बदला हुआ नया रूप ओमीक्राॅन का संक्रमण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल सकता है। दक्षिण अफ्रीका के एक टाॅप संक्रामक रोग एक्सपर्ट ने कहा कि पहचान की गई कोरोना वायरस के नये बदले हुए रूप ओमीक्राॅन पर वर्तमान में मौजूद कोविड-19 वैक्सीनों का असर होना चाहिए। नये वैरिएंट से संक्रमित होने के बावजूद वैक्सीनेटेड लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं होंगे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए।रूस भी लगाने जा रहा है प्रतिबंध
जर्मन चांसलर एंजिला मर्केल और यूरोपीय संघ ने डब्ल्यूएचओ द्वारा महामारी रोकने के लिए लांच अंतरराष्ट्रीय समझौते का स्वागत किया है। ब्रिटेन की वैक्सीन अडवाइजरी कमेटी के एक सदस्य ने कहा कि ब्रिटेन सभी को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने जा रहा है। इस फैसले से पहले यह देखा जा रहा है कि बूस्टर डोज कहां और किस रफ्तार से दिया जाए। विदेश मंत्रालय के हवाले से आरआईए न्यूज एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि ओमीक्राॅन वैरिएंट को लेकर रूसी कोरोना वायरस टास्क फोर्स जल्दी ही प्रतिबंध लागू करने जा रही है।ओमीक्राॅन को देखते हुए जापान ने बंद की सीमाएं


कोरोना वायरस के नये वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए जापान ने विदेशियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं। दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्राॅन की पहचान के बाद इजराइल के साथ-साथ जापान ने भी महामारी को नियंत्रित करने के लिए सीमा पर सख्ती लागू कर दी है। करीब एक दर्जन देशों से आने वाले यात्रियों को भारत में पहुंचने पर कोविड-19 जांच अनिवार्य होगी। फिलीपींस ने तीन दिनों में 90 लाख लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया है। ओमीक्राॅन वैरिएंट को देखते हुए यहां भारी संख्या में सिक्योरिटी फोर्स तथा वालेंटियरों की तैनाती की गई है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh