RANCHI: अब रांची के मैक्सीमम बड़े अस्पताल और नर्सिग होम में कोविड-19 का सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है। झारखंड सरकार द्वारा जिन चार प्राइवेट लैब को कोविड-19 का टेस्ट करने के लिए अधिकृत किया गया है, उन प्राइवेट लैब के माध्यम से सिटी के अस्पताल और नर्सिग होम कोविड-19 का सैंपल अपने अस्पताल में दे रहे हैं। रांची में डॉ लाल पैथ लैब, एसआरएल लिमिटेड, कोर डायग्नोस्टिक्स और पाथ काइंड लैब जैसी प्राइवेट लैब्स के माध्यम से सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है।

रोज 20 से 25 सैंपल

पाथ काइंड लैब के अशोक नगर स्थित राद्या कलेक्शन सेंटर के इंचार्ज सत्येंद्र कुमार ने बताया कि रांची के अलग-अलग अस्पतालों से रोज 25 से 30 कोविड-19 का सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं। इनमें शहर के बड़े अस्पतालों के अलावा कई नर्सिग होम भी हैं, जहां से मरीजों का सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल वाले खुद संपर्क करते हैं या फिर हम लोग खुद अलग-अलग अस्पतालों में जाकर संपर्क करते हैं।

हॉस्पिटल भी करते हैं संपर्क

रांची में जितने भी अस्पताल हैं वहां लोग खुद से भी प्राइवेट लैब से संपर्क करते हैं। बरियातू स्थित एक अस्पताल के संचालक ने बताया कि सरकार के गाइडलाइन के अनुसार हर अस्पताल में सस्पेक्टेड पेशेंट का कोविड-19 टेस्ट करा सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने जिन चार प्राइवेट लैब को अधिकृत किया है उनसे हम लोग संपर्क करते हैं और, जैसे ही कोई मरीज आता है और हमें सस्पेक्ट होता है तो उन लैब को सूचना देते हैं। वहां से उनके प्रतिनिधि आते हैं और कोविड-19 का सैंपल कलेक्ट करके ले जाते हैं।

ओटी से पहले टेस्ट

राजधानी के अधिकतर अस्पतालों में ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में जाने से पहले मरीजों का कोविड-19 का सैंपल लिया जा रहा है। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं का भी कोविड-19 का टेस्ट हो रहा है। शहर की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ अर्चना सिंह ने बताया कि उनके रेगुलर पेशेंट, जिनका नौ महीने तक वे इलाज करती हैं, उनका कोविड-19 का टेस्ट नहीं किया जाता है। लेकिन नई पेशेंट्स जिनका डिलीवरी करानी है उन्हें कोविड-19 का टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है।

4500 रुपए है चार्ज

कोरोना काल में खासकर वैसे मरीजों के लिए, जिनका ऑपरेशन होना है, उन्हें कोविड-19 टेस्ट करना जरूरी है। राजधानी के प्राइवेट लैब इसके लिए 4500 रुपए ले रहे हैं। अब कोई भी नया पेशेंट जिनका ऑपरेशन होगा, उनको अलग से 4500 रुपए खर्च करने होंगे। इसकी रिपोर्ट 48 से 72 घंटे में आ जाती है।

घर पर भी करा सकते हैं जांच

नई दिल्ली स्थित इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की गाइडलाइंस के अनुसार प्राइवेट लैब्स में मरीज को जाने की जरूरत नहीं है। इसके लिए मरीज को एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। इसके बाद प्राइवेट लैब आपके घर पर आकर खुद सैंपल लेंगी। आईसीएमआर की गाइडलाइन्स के मुताबिक अगर आपको बुखार आ रहा है और खांसी या सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो आपको नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाना होगा। वहां डॉक्टर तय करेंगे कि आपको नोवेल कोरोनावायरस का टेस्ट कराना चाहिए या नहीं। प्राइवेट लैब्स में जांच कराने के लिए आपको कुछ डॉक्यूमेंट्स चाहिए होंगे। इसके लिए आपको फॉर्म 44 (कोविड-19) चाहिए होगा, जिसे डॉक्टर द्वारा पूरा भरा जाएगा और सिग्नेचर किए गए होंगे। इसके साथ ही डॉक्टर द्वारा इसपर स्टैम्प भी लगाया जाएगा। इस फॉर्म के साथ रेफर करने वाले डॉक्टर का प्रिस्कि्त्रप्शन भी जरूरी है। सैम्पल लिए जाने के वक्त संभावित मरीज का सरकारी पहचान पत्र, आधार कार्ड, वोटर आईडी या पासपोर्ट और फोन नंबर देना होगा। इन दस्तावेजों के बिना टेस्ट नहीं कराया जा सकेगा।

Posted By: Inextlive