- बारादरी पुलिस ने दो तस्करों से तीन पशु बरामद कर किया राजफाश

- कई बार जानवर खरीदकर कर चुके थे कटान, पुलिस ने भेजा जेल

- फरार पांच तस्करों की तलाश में पुलिस की दबिश जारी

बरेली : बारादरी पुलिस ने तीन गोवंशीय पशु समेत दो तस्करों को दबोचकर चौंकाने वाला राजफाश किया है. पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि आईवीआरआई से पशु खरीदकर वे काफी समय से कटान कर रहे थे. बरामद पशुओं के कान में आईवीआरआई का टैग भी लगा है. पुलिस अब आईवीआरआई जाकर यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि किन परिस्थितियों में तस्करों को पशु बेचे जाते हैं. पुलिस के मुताबिक तस्करों ने पशु खरीदने के लिए आईवीआरआई के कुछ कर्मचारियों से मेलजोल बना रखा है जिनकी मदद से वे अपने काम को अंजाम दे रहे हैं. पकड़े गए तस्करों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.

छोटा हाथी से बरामद किए

बारादरी पुलिस को मंडे देर शाम सूचना मिली कि कसाई टोला में कटान के लिए गोवंशीय पशु लाए गए हैं. पुलिस ने दबिश देकर छोटा हाथी से तीन गोवंशीय पशु बरामद कर दो तस्कर भाइयों राशिद कुरैशी व जुबैर कुरैशी को दबोच लिया. उनके साथी बाबू, यूसुफ, इरफान, पिन्ना भाग निकले. पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है.

दर्जनों जानवरों की ले चुके हैं जान

तस्करों से पूछताछ के बाद पता चला कि वह अब तक आईवीआरआई से कई गोवंशीय पशु खरीदकर काट चुके हैं. इतना ही नहीं वह बाहर से भी जानवर लाकर वध करते हैं.

पूरे शहर में करते थे सप्लाई

तस्करों ने बताया कि वह तड़के पशु काटने के बाद बाइक से मांस की आपूर्ति करते थे. पुराना शहर, आजमनगर के साथ किला इलाके कई दुकानों में वह मांस सप्लाई देते थे.

अनीस कुरैशी की तलाश

तस्करों ने पुराना शहर के एक अनीस कुरैशी नामक युवक का नाम लिया है. पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह उसके साथ काम करते हैं. उसने कई बार गोवंशीय पशु खरीदने में मदद की है. पुलिस अब अनीस कुरैशी के पीछे लगी है.

वर्जन

बरामद पशु आईवीआरआई से खरीदे बताए जा रहे हैं. मामले की जांच की जा रही कि किन परिस्थितियों में जानवर पशु तस्करों तक पहुंचे. इसमें जो भी शामिल होगा, उस पर कार्रवाई होगी.

- कृष्णवीर सिंह, इंस्पेक्टर बारादरी

यह आरोप पूरी तरह से गलत है. यहां से जिसे भी जानवर दिए जाते है उनकी पूरी जानकारी हमारे पास होती है. यदि पुलिस पूछताछ करेगी तो हम सभी सबूत दिखा देंगे.

राजकुमार सिंह, डायरेक्टर आईवीआरआई

Posted By: Radhika Lala