-17 मई को होना था एंट्रेंस एग्जाम, डेढ़ लाख ने किया था अप्लाई

- स्टूडेंट्स को एमबीबीएस-बीडीएस के लिए नीट में आवेदन करने की सलाह

- आयुष कॉलेजों की 800 सीटों के लिए नीट 2 के बाद होगा एग्जाम

LUCKNOW: प्रदेश के सरकारी मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए 17 मई को प्रस्तावित कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) को कैंसिल कर दिया गया है। स्टूडेंट्स का आवेदन शुल्क वापस किया जाएगा। जिसकी जानकारी सीपीएमटी की वेबसाइट पर जल्द डाली जाएगी। अप्लाई करने वाले डेढ़ लाख अभ्यर्थियों को नीट-2 में आवेदन करने और एग्जाम देने की सलाह दी गई है।

फैजाबाद यूनिवर्सिटी को कराना था एग्जाम

इस बार सीपीएमटी का जिम्मा डॉ। रा मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को दिया गया था। सीपीएमटी के लिए प्रदेशभर से डेढ़ लाख छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था। लेकिन, इससे पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंटरेंस टेस्ट (नीट) को अनिवार्य कर दिया। जिसके बाद सीपीएमटी पर संकट के बादल छा गए। इसके बाद सरकार ने सीपीएमटी के द्वारा बीएचएमएस, बीएएमएस और बीयूएमएस में एडमिशन का प्रस्ताव किया था। लेकिन नौ मई को सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से राज्यों को कोई भी मेडिकल प्रवेश परीक्षा कराने की अनुमति नहीं दी। जिसके बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने परीक्षा निरस्त करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया। गुरूवार को शासन से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) डॉ। अनूप चंद्र पाण्डेय ने सीपीएमटी निरस्त करने के आदेश जारी कर दिये।

यहां मिलना था एडमिशन

सीपीएमटी के द्वारा प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों, केजीएमयू, ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई, के एमबीबीएस व बीडीएस कोर्स और सरकारी होम्योपैथी। आयुर्वेद व यूनानी कोलेजों में बीएचएमएस, बीएएमएस, बीयूएमएस में एडमिशन मिलना था। जिसके लिए सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं से 1400 रुपये और अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्र-छात्राओं से 700 रुपये परीक्षा शुल्क जमा कराया गया था। गुरुवार को सीपीएमटी निरस्त करने के आदेशों के साथ ही कहा गया है कि शुल्क वापस करने की प्रक्रिया जल्द तय कर सीपीएमटी की वेबसाइट पर उसका ब्योरा डाल दिया जाएगा। आयुष पाठ्यक्रमों के लिए तो अलग से प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी, लेकिन एमबीबीएस व बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश नीट के माध्यम से होंगे। जिन विद्यार्थियों ने सीपीएमटी की प्रतीक्षा में नीट-1 में बदली सीबीएसई की अखिल भारतीय मेडिकल प्रवेश परीक्षा में हिस्सा नहीं लिया है, उन्हें 24 जुलाई 2016 को प्रस्तावित नीट-2 में सम्मिलित होना होगा। नीट-1 की ठीक से तैयारी न कर पाने वाले विद्यार्थी भी नीट-2 में बैठ सकेंगे।

नीट-2 के बाद होगी आयुष प्रवेश परीक्षा

आयुर्वेदिक, होम्योपैथी व यूनानी कालेजों में बीएएमएस, बीएचएमएस व बीयूएमएस कोर्सेज में एडमिशन के लिए अलग से संस्था नामित कर प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। अब आयुष प्रवेश परीक्षा नीट-2 के बाद ही होने की उम्मीद है। इस परीक्षा से सरकारी कालेजों में आयुष पाठ्यक्रमों की आठ सौ सीटें भरी जाएंगी।

Posted By: Inextlive