- पैसेंट्स ने लगाया सीटों के एलॉटमेंट में गड़बड़ी का आरोप

-पहले दिन लॉक की गई 228 सीटें

-1459 एमबीबीएस सीटों के लिए होनी है काउंसलिंग

LUCKNOW: कम्बाइंड प्री मेडिकल टेस्ट-2015 (सीपीएमटी) की काउंसलिंग में मंगलवार को अभिभावकों ने घालमेल का आरोप लगाकर खूब हंगामा किया। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि पहले कोटे की सीटें फुल कर दी गई जबकि कोर्ट की गाइडलाइन्स के अनुसार जनरल की सीटें भरी जानी चाहिए थी। सीपीएमटी में काउंसलिंग के लिए मंगलवार को 300 रैंक तक के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग होनी थी। जिसमें लगभग 225 अथ्यर्थियों ने अपनी सीट्स लॉक की हैं। वहीं देर रात तक काउंसिलिंग जारी रही।

बेटियों के साथ अन्याय

एक अभिभावक ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी की रैंक अच्छी है तो उसे जनरल कोटे के तहत सीट दी जानी चाहिए, लेकिन काउंसलिंग में अधिकारियों ने कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए आरक्षण के नियमों का ध्यान नहीं रखा। ग‌र्ल्स के साथ ओबीसी, एससी एसटी कैटेगरी के अभ्यर्थियों के साथ भी धोखाधड़ी की गई।

पहले ही दीं कोटे की सीटें

अभिभावकों ने बताया कि कि कैटेगरी के अभ्यर्थी की अगर रैंक अच्छी है तो उसे जनरल की सीट मिलनी चाहिए। लेकिन काउंसलिंग में अधिकारियों ने पहले कोटे की सीटें भर दी। जिससे अभ्यर्थी अच्छी रैंक होते हुए भी जनरल कोटे से एडमिशन नहीं ले पाए। इसमें जनरल कैटेगरी की ग‌र्ल्स, फ्रीडम फाइटर और ओबीसी, एससी एसटी अभ्यर्थियों की सीटों का नुकसान होगा।

1459 है कुल सीटें

डीजीएमई डॉ। वीएन त्रिपाठी ने बताया कि काउंसलिंग से 1459 सीटे भरी जाएंगी। जबकि प्रदेश के कॉलेजों में 1700 से अधिक सीटे हैं। शेष 15 परसेंट सीटें केन्द्र के कोटे से भरी जाएंगी। उन्होंने बताया कि सुबह 9.30 बजे से अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। लखनऊ संजय गांधी पीजीआई, कानपुर, मेरठ व इलाहाबाद के मेडिकल कॉलेजों में काउंसलिंग चल रही है।

काउंसलिंग के व्यवस्थापक जीसी पुरोहित ने बताया कि पहले दिन 1 से 300 रैंक तक के अभ्यर्थियों को काउसंलिंग के लिए बुलाया गया था। उन्होंने अपनी च्वाइस लॉक की। बुधवार को 701 से 2200 रैंक तक के अभ्यर्थियों का पंजीकरण होगा। इसके अलावा 301 रैंक से 700 रैंक तक के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग होगी।

टॉपर देंगे एआईपीएमटी

काउंसलिंग के दौरान टॉपर स्टूडेंट्स ने कहा कि वह काउंसलिंग में भाग जरूर ले रहे हैं कि लेकिन एआईपीएमटी भी देंगे। स्टूडेंट्स का मानना है कि अगर दिल्ली के कॉलेज, बीएचयू, एएफएमसी व अन्य अन्य कॉलेज मिले तो सीपीएमटी की सीट छोड़ देंगे। इसके लिए वे अभी भी तैयारी और रिवीजन में जुटे हैं।

काउंसलिंग समय पर हो रही है और अच्छी व्यवस्था है। डॉक्टर बन कर लोगों की सेवा करना है।

- मो। अली

इस रैंक तक आने के लिए काफी मेहनत की थी। इलाहाबाद कॉलेज मिलने की उम्मीद है।

- गौरव दुबे

मेरी इच्छा एएफएमसी में पढ़ने की है। एआईपीएमटी का एग्जाम दूंगा अगर एएफएमसी मिला तो यह मेरी पहली प्राथमिकता होगी। फिलहाल केजीएमयू में एडमिशन लूंगा।

- अभय सिंह राठौर

केजीएमयू की सीट उठानी है। एआईपीएमटी भी दूंगा रैंक अच्छी आई तो कॉलेज की च्वाइस के आधार पर आगे निर्णय लूंगा।

- अमरेन्द्र प्रताप

Posted By: Inextlive