RTO के VIP नंबर की डिमांड में नहीं आयी कमी

System change होने के बाद कॉमन पब्लिक के लिए आसान हुआ नंबर

VARANASI :

एक बार जब नंबर की सीरीज का दायरा बढ़ा था तो लगा कि अब कोई भी वीआईपी नहीं बनना चाहेगा। कम से कम चाहे जो तो नहीं ही बनेंगे। लेकिन मामला इसके उलट हो गया। वीआईपी बनने वालों की संख्या घटने की बजाए बढ़ गयी है। जी हां, आरटीओ के वीआईपी नंबर का यही हाल है। अक्टूबर में जब वीआईपी नंबर का दायरा और रेट बढ़ाया गया था, तब लगा कि अब लोग वीआईपी नंबर नहीं लेना चाहेंगे। उनमें इसका क्रेज नहीं रहेगा। लेकिन ऐसा न होकर पब्लिक ने इसे हाथों हाथ लिया है। इसमें सिस्टम के ऑनलाइन होने का भी बड़ा रोल है।

लग रही लाइन

कभी इक्के दुक्के लोगों के व्हीकल्स पर लिखा होने वाला आरटीओ का वीआईपी रजिस्ट्रेशन नंबर अब घर घर में पहुंच गया है। स्टेटस से जुड़ा वीआईपी रजिस्ट्रेशन नंबर अब पहचान का मोहताज नहीं है। यही वजह है कि हर कोई अपने व्हीकल्स का नंबर वीआईपी ही चाहता है। जिसका नतीजा है कि वीआईपी नंबर के लिए आरटीओ में लंबी लंबी लाइन लग रही है। एक्सपर्ट के मुताबिक जब से वीआईपी नंबर की ऑनलाइन बुकिंग स्टार्ट हुई है तब से भीड़ और बढ़ गयी है। सिचुएशन यह है कि सुबह ऑफिस ओपेन होते ही काउंटर पर लोगों की भीड़ लग जा रही है। रिकॉर्ड के मुताबिक भ्0 से म्0 वीआईपी नंबर डेली एलॉट हो रहे हैं।

ऐसे हो रही बुकिंग

नौ अक्टूबर को स्टार्ट हुई व्यवस्था के तहत अब प्रत्येक सीरीज के टोटल ख्ब्म् वीआईपी नंबर्स पाने के लिए व्हीकल ओनर डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। यह रजिस्ट्रेशन तब तक इफेक्टेड माना जाएगा जब तक इसके बदले में डिपार्टमेंट के अकाउंट में ऑनलाइन फीस नहीं ट्रांसफर हो जाएगी। इसके बाद ही नेक्स्ट प्रॉसेस स्टार्ट होगा और नंबर मिल पाएगा।

इसके लिए मारामारी

आरटीओ की ओर से वीआईपी नंबर्स के लिए अलग अलग स्लैब बनाया गया है। पहली कैटेगरी के हर वीआईपी नंबर के लिए क्भ्,000 रुपये एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा। तभी मनचाहा वीआईपी नंबर मिलेगा। इस कैटगरी में पहली बार क्क्00, ख्ख्00, फ्फ्00, ब्ब्00, भ्भ्00, म्म्00, 7700, 8800 के अलावा 9900 को शामिल किया गया है। ये सभी क्भ्,000 रुपये फीस देकर प्राप्त किए जा सकते हैं, जबकि पहले इन्हें फ्री में एलॉट कर दिया जाता था।

कुछ भी करेगा

डिपार्टमेंट की ओर से बनाई गई लिस्ट में मोस्ट इंपॉर्टेट नंबर्स की अलग कैटगरी बनाई गई है। इनके लिए 7भ्00 रुपये चार्ज फिक्स किया गया है। फीस देने के बाद ही इस कैटगरी के नंबर्स को एलॉट किया जाएगा। इस कैटगरी में पहली बार दो डिजिट्स के साथ डबल जीरो को भी शामिल किया गया है। ऐसे में क्क्, क्00, क्00क्, क्ख्00 आदि सीरीज के नंबर्स की चाह रखने वालों को मायूसी हाथ लगेगी। कारण कि इस नयी व्यवस्था के पहले बिना एक्स्ट्रा चार्ज लिए ही इस तरह के नंबर एलॉट हो जाया करते थे।

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वीआईपी नंबर्स की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इसके लिए पहले की अपेक्षा अब लोगों में क्रेज बढ़ा है।

बृजेश सिंह, आरटीओ

Posted By: Inextlive