भारत बनाम आॅस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट एडीलेड में खेला जा रहा। हर बार की तुलना में इस बार एडीलेड में मैच देखने आने वाले दर्शकों की संख्या काफी कम है। इसको लेकर क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया ने चिंता भी जतार्इ।


एडीलेड (पीटीआई)। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 6 दिसंबर से एडीलेड में हो गई। भारतीय फैंस के लिए यह मैच भले ही काफी इंट्रेस्टिंग हो मगर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसकों ने इस टेस्ट में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। मैच के पहले दिन 23,802 दर्शक स्टेडयिम में मैच देखने आए। पिछले पांच सालों में इस मैदान पर यह सबसे कम दर्शक संख्या है। साल 2017 में एडीलेड में एशेज सीरीज खेली गई थी तब पहले दिन यहां 50,000 दर्शक आए थे। इससे पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ 32,255 दर्शक यहां आए थे। वहीं न्यूजीलैंड के विरुद्घ 47,441 दर्शकों ने एडीलेड में मैच देखा था।एडीलेड के फैंस को डे-नाइट टेस्ट पसंद


क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्टेडयिम में कम भीड़ को लेकर चिंता जताई है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि भारत पिछली बार जब यहां खेलने तब दर्शक संख्या 25,619 थी। इस बार तो दर्शकों को आंकड़ा इसके आसपास भी नहीं पहुंचा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया यानी सीए के मुताबिक, दर्शकों की संख्या में यह भारी गिरावट डे-नाइट टेस्ट मैच न होने के चलते आई है। दरअसल एडीलेड के क्रिकेट फैंस दिन से ज्यादा डे-नाइट टेस्ट मैच देखना पसंद करते हैं। ऐसे में सीए चाहता है अगली बार जब भारत ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर आए तो डे-नाइट टेस्ट मैच खेले।  अगली बार क्या करेगा बीसीसीआईसीए के चीफ एक्जीक्यूटिव केविन राॅबर्टस ने कहा, 'दर्शक हमेशा अपनी इच्छा के अनुसार मैच देखने आते हैं, उन्हें जो अच्छा लगता वही करते। इसमें कोई दोराय नहीं कि भारत के खिलाफ एडीलेड टेस्ट में हमने उन दर्शकों को खो दिया जो डे-नाइट टेस्ट पसंद करते हैं। मुझे उम्मीद है अगली बार जब यहां मुकाबला होगा तो यह डे-नाइट टेस्ट मैच होगा।' केविन ने यह भी कहा, कि वह बीसीसीआई से उम्मीद करते हैं कि वे अगले 2020-21 दौरे पर इस पर विचार करेंगे।भारत क्यों नहीं खेल रहा डे-नाइट टेस्ट

भारतीय क्रिकेट टीम पिंक बाॅल (डे-नाइट टेस्ट) को लेकर हमेशा से मनाही करती आई है। चाहें घर हो या बाहर बोर्ड नहीं चाहता कि टीम इंडिया डे-नाइट टेस्ट खेले। ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी तक चार डे-नाइट टेस्ट मैच खेल चुकी है। ऐसे में बीसीसीआई को लगता है कि अगर भारत यहां डे-नाइट टेस्ट खेलेगा तो मेजबान टीम अपनी घरेलू जमीन पर फायदा उठा सकती है। आईसीसी के नियमों के मुताबिक, मेहमान टीम चाहे तो मेजबान टीम के शेड्यूल में फेरबदल कर सकती है मगर यह सिर्फ एक दौरे तक सीमित रहेगा। अगली बार जब भारत को यहां खेलने आना होगा तो ऑस्ट्रेलिया की बात माननी ही होगी।इस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज के खिलाफ कोहली नहीं बना पाते रन, 4 गेंदों में 2 बार हुए आउटInd vs Aus : ये खिलाड़ी बन रहा टीम इंडिया की नई दीवार, द्रविड़ जैसे हैं इनके आंकड़े

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari