क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर हमेशा ही हंसते मुस्‍कुराते नजर आते हैं। ऐसे में शायद ही उनका गुस्‍सा किसी ने देखा हो लेकिन एक बात जरूर है जब भी उनको गुस्‍सा आता है तो उन्‍हें रोक पाना काफी मुश्‍िकल होता है। इसका एक उदाहरण 1998 में देखने को मिला है। आइए जानें सचिन की इस गुस्‍सा के बारे में...

बाउंसर फेंककर रन आउट
मैदान पर अक्सर ही धैर्य के साथ खेलते नजर आने वाले सचिन तेंदुलकर की गुस्सा के बारे में कम लोग ही जानते होंगे। सबसे खास बात तो यह है कि वह मैदान के बाहर भी मुस्कुराते रहते हैं, लेकिन उन्हें भी गुस्सा आता है। उनके नाराज होने का एक मामला ऐसा है जो कभी नहीं भुलाया जा सकता है। जी हां 1998 में शारजाह में चैंपियंस ट्रॉफी का मैच में सचिन भी खेल रहे थे। इस दौरान भारत व ज़िम्बाब्वे के बीच मुकाबला हो रहा था। जिसमे फाइनल से पहले मैच में  ज़िम्बाब्वे के हेनरी ओलोंगा ने सचिन तेंदुलकर को बाउंसर फेंककर 11-रनों में आउट किया था। इस पर सचिन को काफी तेज गुस्सा आया।

 


हर-गेंद पर शॉट लगाया
इसके बाद ही उन्होंने फाइनल में हेनरी ओलोंगा को सबक सिखाने का निर्णय लिया। ऐसे में जब सचिन फाइनल में उतरे तो उनका गुस्सा जुबान से नहीं बल्कि उनके बल्ले से साफ दिख रहा था। तिलमिलाए सचिन हेनरी ओलोंगा की हर-गेंद पर शॉट लगा रहे थे। जिससे ओलोंगा को सचिन को आउट कराने में उनकी नानी याद आ गयी। वहीं इस दौरान नाबाद सचिन ने करीब 124 रन बनाये। हालांकि सचिन का कोई यह अकेला मामला नही हैं। इसके अलावा भी उन्हें कई बार मैदान पर गुस्सा आया और उन्होंने उसे बल्ले की बदौलत निकाला।

 

Cricket News inextlive from Cricket News Desk

Posted By: Shweta Mishra