- डकैती में प्रयुक्त कार समेत 50 हजार रुपए बरामद

- 1.31 करोड़ की डकैती की इन्क्वायरी भी शुरू

देहरादून :

अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक आरपी ईश्वरन के घर डकैती के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को अरेस्ट कर वारदात में प्रयुक्त कार बरामद कर ली है। आरोपी के पास से 50 हजार रुपए और व्हाइट मेटल की चेन बरामद हुई है। आरोपी को ट्यूज्डे को नोएडा से दून पुलिस ने अरेस्ट किया, जिसे वेडनसडे को दून लाया गया। कोर्ट में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। अभी भी इस केस में पुलिस को तीन आरोपियों की तलाश है।

कार अदनान के नाम रजिस्टर्ड

अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी के संचालक आरपी ईश्वरन के घर डकैती वारदात में ट्यूज्डे को दिल्ली व दून के अलग-अलग स्थानों से मास्टरमाइंड वीरेंद्र ठाकुर, मोहम्मद अदनान, मुजीबुर रहमान उर्फ पीरू व फुरकान को अरेस्ट किया है। वहीं, फिरोज निवासी ई-6, 304 सनलाइट कॉलोनी पुरानी सीमापुरी दिल्ली को ट्यूज्डे देर शाम नोएडा से अरेस्ट किया गया था। फिरोज को लेकर राजपुर पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश दी, जिसमें वारदात में प्रयुक्त नीले रंग की शेवरले बीट कार भी बरामद कर ली गई। यह कार मोहम्मद अदनान के नाम पर रजिस्टर्ड है।

अब इनकी तलाश

हैदर निवासी नूरपुर चांदपुर बिजनौर

फहीम निवासी रघुवीरनगर दिल्ली

मिश्रा पता अज्ञात

फिरोज से ये बरामद

- 50 हजार रुपए कैश

- वारदात में प्रयुक्त बीट कार (डीएल 10सीबी 2053)

- एक गले की चेन (व्हाइट मेटल)

कार ठिकाने लगाने का टास्क मिला था फिरोज को

पुलिस के अनुसार वारदात में शामिल फहीम का फिरोज सगा भाई है। वारदात को अंजाम देने के बाद वीरेंद्र ने दिल्ली जाते समय कार नोएडा की एक पार्किंग में खड़ी कर दी और फिरोज को फोन कर कहा कि वह कार को पार्किंग से निकाल कर किसी कबाड़ी के यहां ले जाकर कटवाकर ठिकाने लगा दे। इस टास्क के लिए उसे 50 हजार रुपए दिए गए थे। वारदात में शामिल चार आरोपी जब पकड़े जाने की खबर जब फिरोज को मिली तो वह पार्किग में खड़ी कार लेने आया और पुलिस ने उसे दबोच लिया।

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1.31 करोड़ की डकैती की भी इन्क्वायरी शुरू

ईश्वरन के घर हुई डकैती के साथ ही 26 मई को वसंत विहार के विजय पार्क इलाके में हुई 1.31 करोड़ की डकैती के राज की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती उस शख्स के बारे में जानकारी जुटाना है जो वीरेंद्र के गैंग का निशाना बना। साथ ही यह भी जानना है कि उस शख्स ने वारदात के बाद पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। यहां गौर करने वाली बात यह है कि आरपी ईश्वरन को डकैतों ने धमकी दी थी कि उन्होंने किसी को यह बात बताई तो उन्हें और उनके बेटे को जान से मार देंगे, लेकिन ईश्वरन ने 45 मिनट की देरी से ही सही पुलिस को सूचना दी और बदमाश पकडे़ गए। ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या विजय पार्क में रहने वाले अधिकारी को भी धमकी दी गई थी, जिसके चलते वह चुप रह गए। सवाल कई हैं, जिनके जवाब ढूंढने में पुलिस जुट गई है। आरपी ईश्वरन के घर में हुई डकैती की तह तक जाने और 1.31 करोड़ रुपये की डकैती के रहस्य से पर्दा हटाने को राजपुर पुलिस गुरुवार को गिरफ्तार आरोपितों की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी कोर्ट में लगा सकती है। रिमांड मिलने के बाद पुलिस विजय पार्क के उस घर तक पहुंचेगी, जहां बीती 26 मई को वारदात को अंजाम दिया गया था।

Posted By: Inextlive