-14 साल के बेटे समीर ने दी मुखाग्नि, एहतियातन लगाई गई थी भारी फोर्स

- नहीं दिखे बजरंगी के कथित करीबी, नजर आए कई नकाबपोश

बनारस की सड़कें मंगलवार को उसी मुन्ना बजरंगी की अंतिम यात्रा का गवाह बनीं, जहां कभी उसका खौफ लोगों के सिर चढ़कर बोलता था। मंगलवार की दोपहर 12 बजे के आसपास मणिकर्णिका घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया। खास यह कि सैकड़ों की भीड़ में भी बनारस में कथित रूप से उसके करीबी कहलाने वाले नदारद थे। भीड़ में चेहरा बांधे हुए भी तमाम युवक दिखे। एहतियातन जिला प्रशासन ने भारी फोर्स तैनात कर रखी थी।

घर पर टूटा आंसुओं का सैलाब

मंगलवार की सुबह बागपत पुलिस की सुरक्षा में बजरंगी का शव जौनपुर पहुंचा। जौनपुर पुलिस की निगरानी में शव को सुरेरी स्थित उसके गांव पुरेदयाल लाया गया। घर पहुंचते ही महिलाओं और परिवार के लोगों का आंसुओं का सैलाब टूट पड़ा। समर्थकों में काफी गुस्सा भी नजर आया। सुबह 9.30 बजे शव बनारस के लिए रवाना हुआ। लगभग 100 गाडि़यों का काफिला पुलिस लाइन पर रोक दिया गया। यहां से चार वाहनों को आगे जाने की जिला प्रशासन ने अनुमति दी।

ठिठक कर देखते रह गए लोग

बजरंगी की शवयात्रा पुलिस लाइन से चौकाघाट, लहुराबीर होते हुए मैदागिन पहुंची। कभी इन्हीं सड़कों पर बजरंगी ने प्रतिद्वंद्वियों या फरमान न मानने वालों का खून बहाया था। चौराहों पर लोग ठिठक कर बजरंगी की अंतिम यात्रा देखते रह गए। मणिकर्णिका घाट पर पहले से काफी समर्थक मौजूद थे।

भाई ने सरकार पर साधा निशाना

मणिकर्णिका घाट पर 14 साल के बेटे समीर सिंह ने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान यहां कई थानों की फोर्स के साथ पीएसी भी तैनात की गई थी। मीडिया से बातचीत के दौरान बजरंगी के भाई राजेश सिंह ने भाजपा सरकार और कई मंत्रियों पर निशाना साधा। उन्होंने बजरंगी की हत्या को राजनीति में पैठ बना चुके विपक्षी गिरोह की साजिश करार दिया।

Posted By: Inextlive