क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ा अधिवक्ता सुमीत का मुख्य हमलावर

किया सनसनीखेज खुलासा, जानलेवा हमले से नाम हटाने को हुई थी डील

अभियुक्त बोला, भाई के साथ मिल अधिवक्ता ने किया विश्वासघात

ALLAHABAD: अधिवक्ता सुमीत पाण्डेय पर हुए जानलेवा हमले के मुख्य आरोपी व उसके भाई को अरेस्ट कर क्राइम ब्रांच ने घटना का खुलासा कर दिया। इस दौरान पुलिस को सनसनीखेज बयान देकर मुख्य अभियुक्त ने सबको चौंका दिया। उसने अपने भाई सहित अधिवक्ता पर उसके साथ छल करने का आरोप लगाया। इसी खुन्नस में उसने अधिवक्ता पर हमला किया।

मुखबिर से मिली सूचना

पुलिस लाइंस सभागार में एसपी क्राइम रमाकांत प्रसाद ने बताया कि क्राइम ब्रांच को रविवार को मुखबिर से सूचना मिली कि अधिवक्ता पर हमला करने वाले अभियुक्त तेलियरगंज स्थित पेट्रोल पम्प के निकट खड़े हैं। इस पर टीम ने घेराबंदी कर अरविंद और प्रहलाद नामक दो युवकों को पकड़ा।

307 के मुकदमे में थे अभियुक्त

पुलिस की पूछताछ में अरविंद ने बताया कि पिछले माह बंटू पर हुए जानलेवा हमले में उसे और उसके भाई को हत्या के प्रयास का अभियुक्त बनाया गया था। दोनों भाईयों ने अधिवक्ता सुमित पांडेय से संपर्क किया। अरविंद के अनुसार अधिवक्ता ने पचास हजार रुपये में दोनों भाईयों का नाम मुकदमे से हटाने की बात कही। अरविंद ने सात हजार रुपए भाई प्रहलाद को दिए। प्रहलाद ने तीसरे भाई रवि के साथ मिलकर 13 हजार रुपये की व्यवस्था की। ये बीस हजार रुपये सुमीत पांडेय को दिया गया। शेष तीस हजार बाद में देने की बात हुई थी।

प्रहलाद को बचा रहे थे सुमीत

अरविंद ने बताया कि बाद में भाई प्रहलाद के साथ मिलकर अधिवक्ता उसे जेल भेजना चाह रहे थे। उन्होंने भाई से कहा था कि यदि अरविंद जेल चला जाता है तो प्रहलाद को साफ बचा लेंगे।

रास्ते से हटाने की योजना बनाई

अरविंद ने कहा कि जब उसे पता चला कि भाई और वकील उसे जेल भेजना चाहते हैं तो उसने वकील को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसके लिए दोस्त रिंकू के साथ घटनास्थल पर पहुंचा। पहले रिंकू ने पीछे से गोली मारी और फिर अरविंद ने सामने से दो गोली मारी।

सरेंडर करने की थी योजना

वारदात से एक दिन पहले ही अरविंद ने एक दूसरे वकील से मिलकर सरेंडर की योजना बना ली थी। इसके लिए उसने न्यायालय में अर्जी भी डलवा दी थी। वारदात के अगले दिन उसे न्यायालय में हाजिर होना था, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण वह हाजिर नहीं हो सका।

क्या था मामला

तीन जुलाई रविवार की सुबह अधिवक्ता सुमीत पाण्डेय अपने घर से मार्निग वॉक के लिए निकले थे। नयापुरवा मोड़ के पास उन्हें बाइक सवार दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली मार दी थी। अधिवक्ता का इलाज अस्पताल में चल रहा है। मामले के खुलासे के लिए जिले के अधिवक्ता पुलिस विभाग पर दबाव बनाए हुए थे।

Posted By: Inextlive