- फ्लाईओवर हादसे में गिरफ्तार अफसरों पहली रात रखा गया आमदनी बैरक में

- मुश्किल से खाया खाना, सुबह तक बैरक में टहलते रहे

VARANASI

कैंट फ्लाईओवर हादसा के मामले में गिरफ्तार हुए सात अफसर और एक ठेकेदार की जेल की पहली रात मुश्किल से कटी। सभी ने लगभग जागते हुए रात बितायी। बैरक में वह आपस में बातें करते या चहलकदमी करते रहे। सुबह बंदीरक्षकों ने उन्हें ढांढस भी बंधाया लेकिन उनके चेहरे पर मायूसी कायम रही।

बैरक नंबर 10-ए है नया पता

सीबीआरआई की रिपोर्ट आने के बाद शनिवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने दो मुख्य परियोजना प्रबंधकों के अलावा पांच इंजीनियरों और एक ठेकेदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जेलकर्मियों ने बताया कि बैरक नंबर 10-ए या आमदनी बैरक (जिसमें नए बंदियों को रखा जाता है) में सभी को रखा गया। रात में कुछ ने खाने से इनकार कर दिया मगर उन्हें समझा-बुझाकर खाना खिलाया गया। क्राइम ब्रांच ने शनिवार की दोपहर तत्कालीन मुख्य परियोजना प्रबंधक गेंदालाल, तत्कालीन मुख्य परियोजना प्रबंधक हरिश्चंद्र तिवारी के अलावा परियोजना प्रबंधक केआर सूदन, सहायक अभियंता राजेंद्र सिंह, राम तपस्या सिंह, राजेश पाल सिंह, लालचंद सिंह और ठेकेदार साहब हुसैन को गिरफ्तार किया था।

नहीं आ रही नींद

जेल में बंद कुछ अफसरों ने खराब तबीयत और ब्लड प्रेशर का हवाला दिया। उनका कहना था कि तबीयत खराब है इसलिए नींद नहीं आ रही। बैरकों में मौजूद बंदी भी उनकी चुटकी लेते रहे। सुबह गिनती के बाद वह अपनी दिनचर्या में लगे रहे। जेल अफसरों ने बताया कि सभी अभियंताओं को निगरानी में रखा गया है।

Posted By: Inextlive