-अवैध संबंध में बाधक बन रहे पति की प्रेमी संग मिलकर की हत्या

-चेतगंज पुलिस ने संतोष हत्याकांड में पत्‍‌नी सहित चार आरोपियों को किया गिरफ्तार, पिस्टल व कारतूस बरामद

सात जन्मों के पवित्र रिश्ते को दागदार करते हुए महिला ने प्रेमी संग मिलकर पति की गला दबाकर हत्या कर दी। यही नहीं बेड के एक तरफ पति की लाश थी तो दूसरी ओर महिला अपने प्रेमी की बांहों में थी। 21 जुलाई की रात चेतगंज थाना के सेनपुरा इलाके में हुई संतोष चौरसिया हत्याकांड का चेतगंज पुलिस ने खुलासा कर आरोपी महिला और उसके प्रेमी सहित चार को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी आनंद कुलकर्णी शुक्रवार को सभी को मीडिया के सामने ले आए। आरोपी प्रेमी के पास से नाइन एमएम की एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस बरामद हुआ है।

बन रहा था बाधक

एसएसपी आंनद कुलकर्णी ने बताया कि चेतगंज के सेनपुरा वॉर्ड निवासी संतोष चौरसिया की 21 जुलाई की रात मौत हो गई थी। पत्‍‌नी रूपा ने परिजनों को बताया कि संतोष को टीबी की बीमारी थी, इसलिए उसने दम तोड़ दिया। स्वाभाविक मौत मानते हुए परिजन भी शांत बैठ गए लेकिन संतोष की बहन सरिता को रूपा के हाव भाव से शंका हुआ तो पुलिस की मदद ली। घटना की रात संतोष के घर के पास लगे सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया गया तो दो युवक घर में आते-जाते हुए दिखे। पुलिस ने रूपा के नंबर को सर्विलांस पर रखा तो मामला खुलते देर नहीं लगी। हकाक टोला निवासी प्रेमी आमिर संग रूपा की बातचीत जारी थी। दोनों के बीच नाजायज संबंध की जानकारी संतोष को थी। इसका वह विरोध करता जो दोनों को नागवार गुजरता था। आजीज आकर उसकी हत्या कर दी।

गोली मारने का था प्लान

एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया कि संतोष को जानकारी हो गई थी कि रूपा का प्रेम संबंध हकाक टोला निवासी आमिर से है। जिससे दूर रहने के लिए संतोष ने कई बार रूपा को चेताया भी था। रोक-टोक होने पर रूपा ने आमिर संग मिल संतोष की हत्या की योजना बनाई। पहले उनकी प्लानिंग थी कि दुकान से कैश लेकर लौटते समय संतोष की गोली मारकर हत्या कर दी जाए। इसी के तहत रूपा ने 28 हजार रुपये पिस्टल खरीदने के लिए आमिर को दिए थे। हालांकि इस दौरान संतोष को टीबी बीमारी हो गई और कई दिनों तक बिस्तर पर ही पड़ा रहा। इस बीच रूपा के बुलाने पर प्रेमी आमिर अपने दोस्त भुलेटन निवासी रवि केसरी व हकाक टोला निवासी अमन कसेरा संग घर पहुंचा और सोते समय संतोष की गला दबाकर हत्या कर दी।

बहन ने पहुंचाया सलाखों के पीछे

सीओ चेतगंज अंकिता सिंह ने बताया कि संतोष की बहन सरिता की सतर्कता ने कातिलों को उनके अंजाम तक पहुंचाया है। घटना वाले दिन से ही सरिता को रूपा के हाव भाव पर शक था। आसपास के लोगों से भी संपर्क साधा गया तो रूपा के चरित्र पर सवाल उठाए। रूपा के पिता अमरदीप चौरसिया ने भी पुलिस से गुहार लगाई थी कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। बहन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों को दबोच लिया गया। आरोपितों को गिरफ्तारी करने वाली टीम में चेतगंज इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार, इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह, एसआई अतुल प्रजापति, एसआई अर्जुन सिंह आदि रहे। एसएसपी ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की।

Posted By: Inextlive